बरेली: भाजपा नेता जिला अस्पताल में निरीक्षण करने पहुँचे। निरीक्षण के दौरान अस्पताल के स्टाफ ने भाजपा नेताओं को घेर लिया और उनके साथ मारपीट की। जब नेताओं ने कर्मचारियों के तेवर देखे तब सारे नेता डर के मारे भाग गए। जब हंगामे की सूचना पुलिस और प्रशासन के अधिकारी को मिली तो वह लोग अस्पताल पहुँच गए और बचाव का काम किया। अस्पताल प्रशासन के खिलाफ बीजेपी के नेता कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
आपको बता दें कि बीजेपी के महानगर अध्यक्ष गुरुवार को अपनी टीम के साथ जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुँचे थे इस दौरान बीजेपी नेताओं को तमाम खामियां और शिकायतें मिली। निरीक्षण में फीमेल वार्ड में एक्सपाइरी डेट का इंजेक्शन भी मिला। जिसके बाद बीजेपी के नेता सीएमओ और सीएमएस के ऑफिस में गये और अफसरों को अस्पताल में मौजूद खामियों से अवगत कराया। सीएमओ ऑफिस से वापस आते वक्त अस्पताल का स्टाफ और बीजेपी नेता आमने सामने आ गए और अस्पताल के स्टाफ ने बीजेपी नेताओं के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी देखते ही देखते दोनों पक्ष आपस मे भिड़ गए इस दौरान अस्पताल के स्टाफ ने दो नेताओं को पीट दिया। हंगामे के बीच तमाम बीजेपी नेता भाग खड़े हुए जो नेता बचे उन्हें अस्पताल के स्टाफ ने घेर लिया। कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुँच कर बीच बचाव किया।
नर्सों ने लगाए आरोप
बीजेपी नेताओं के खिलाफ तमाम नर्स कोतवाली पहुँची और उन्होंने बीजेपी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए और शिकायती पत्र इंस्पेक्टर कोतवाली को दिया।
बीजेपी नेताओं ने लूट और मारपीट का लगाया आरोप
अस्पताल में हुए हंगामे के बाद बीजेपी के तमाम नेता कोतवाली पहुँचे जहां पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी पहुँच गए। महानगर अध्यक्ष उमेश कठेरिया का कहना है कि अस्पताल में तमाम खामियां मिली थी जिसके कारण सीएमएस डॉ केएस गुप्ता ने अस्पताल के स्टाफ को उकसाया था जिसके कारण अस्पताल के स्टाफ ने मारपीट की।
भाजपाइयों की भीड़ ने बच्चा वार्ड का भी निरीक्षण किया बच्चा वार्ड में भाजपाइयों की भीड़ के बीच किसी जेबकतरे ने बच्चा वार्ड में तैनात नर्स निदा खातून का मोबाइल पार कर दिया। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ता का पर्स भी गायब हो गया जिसमें रखे रुपये किसी ने निकाल कर पर्स वही फेंक दिया। जब बीजेपी नेता सीएमएस के कमरे में उनसे बात कर रहे थे तो नर्स वहां पहुँची और सीएमएस के सामने फूट फूट कर रोई उसका कहना है कि भीड़ में किसी ने मोबाइल उसकी जेब से निकाल लिया।
निरीक्षण के दौरान बीजेपी नेताओं को तमाम शिकायतें मिली जिसमे तीन लोगों ने शिकायत की है कि उनके मरीज को भर्ती करने के लिए 50 रुपये लिए गए साथ ही एक महिला पांच दिन से बच्चे को भर्ती कराने के लिए घूम रही थी। अस्पताल में तमाम जगह गन्दगी मिली।