बीजेपी के मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जमकर मेहनत तो की ही थी और साथ में प्रचार भी किया था लेकिन अफ़सोस की बात तो यह है कि उनकी मेहनत फीकी पड़ गई| यहां तक कि शिवराज ने जनता को बेवकूफ बनाने के लिए दलित के घर खाना खाने से लेकर पूरी एक रात एक गांव में बिताई|
हुआ यू की चित्रकूट में हुए उपचुनावों में तुर्रा गांव काफी चर्चा में रहा क्योंकि यह एक ऐसा इलाका था जहां की आबादी बाकी गांव के मुकाबले सबसे ज्यादा थी| सिर्फ इतना ही नही यह गाव इसलिए भी चर्चा में आया क्योकि बीजेपी के ही एक प्रत्याशी जो यहाँ से चुनाव लड़ रहे थे उनका ससुराल था | लेकिन उनके तो ससुराल वालो ने भी उनका साथ नही दिया| आइये जानते है पूरी कहानी |
चित्रकूट के तुर्रा गाव में शिवराज सिंह चौहान ने करवाई अपनी खूब खातिरदारी
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक मध्यप्रदेश के चित्रकूट में हुए उपचुनावों के दौरान यहाँ का तुर्रा गाव काफी चर्चा में रहा | इतना ही नही यहाँ का शौचालय भी इस चुनाव की दिशा तय करने वाला रहा | चूंकि सीएम ने यहाँ खुद एक रात गुजारी थी और जनता के बीच रहे थे तो माना जा रहा था की यहाँ वे ज़रूर जीतेंगे लेकिन ऐसा लगता है जनता को सीएम की खातिरदारी करना पसंद नही आया | मुख्यमंत्री के आने से ठीक पहले गांव के सरपंच के घर पर टॉयलेट बनाने और उसे उखाड़ने के मामले से शायद जनता भी उखड़ गई और इसका असर नतीजों में देखने को मिला |
शिवराज के लिए किये गये थे वीवीआईपी इन्तेजाम
इन्तेजाम से याद आया, सोशल मीडिया में शिवराज सिंह चौहान की एक फोटो बहुत प्रसिद्ध है जिसमे सेना के जवान उन्हें गोद में उठा कर पानी और कीचड़ के ऊपर से ले जा रहे है | बहरहाल ये जानना बेहद दिलचस्प है की शिवराज उस गाव में लोगो को सुख दुःख बांटने गये थे या नए पलंग में सोने |
सीएम के रहने का इन्तेजाम तुर्रा गांव के एक अआदिवासी के यहाँ हुआ था | मीडिया की खबर के मुताबिक वहां सीएम के पहुंचने से पहले ही उनके समर्थकों ने वीवीआईपी इंतजाम कर दिए थे |
मुख्यमंत्री ने लालमन सिंह गोंड के यहां रात में खाना खाया| खाने की पत्तल में चने का साग, आलू-बैंगन का भर्ता और पूरी का इंतजाम था| उनके वहां पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री के इस्तेमाल की हर चीज पैक कराके मंगवाई गई, कमरे में रंग रोगन हुआ, नया पलंग गद्दे आए और शौचालय भी बनाया गया था|
ससुराल वालो ने दिया कांग्रेस को वोट
तुर्रा गांव में कुल 1042 वोटरों हैं | इसमें से कांग्रेस के उम्मीदवार नीलांशु को 413 और बीजेपी के उम्मीदवार शंकरदयाल को सिर्फ 203 मिले| इतना ही नहीं बीजेपी प्रत्याशी शंकरदयाल त्रिपाठी अपने ससुराल सिंहपुर में भी हार गए, यहां कांग्रेस उम्मीदवार को 519 और बीजेपी को 196 वोट मिले |