आपको यह जानकर बेहद दुख होगा कि सोशल मीडिया पर अपने कारनामों के लिए चर्चा में रहने वाली महिला आईएएस अधिकारी बी चंद्रकला मुश्किलों में घिर गई हैं.
अवैध खनन के मामले में सीबीआई की विशेष टीम ने बी चंद्रकला के लखनउ स्थित हुसैनगंज आवास पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज सीबीआई के हाथ लगे हैं जिन्हें जब्त कर लिया गया है.
इसके साथ ही सीबीआई ने कानपुर, हमीरपुर, जालौन समेत 12 अन्य जगहों पर भी छापेमारी की है.
नियमों की अनदेखी का आरोप
यूपी की पिछली समाजवादी सरकार में चंद्रकला की पोस्टिंग हमीरपुर जिले में हुई थी. उनपर आरोप लगे थें कि उन्होंने नियमों को ताक पर रखते हुए 50 से ज्यादा मौरंग खनन के पट्टे कर दिए थें. इन खनन पट्टों के आवंटन के लिए ई टेंडरिंग का नियम था लेकिन चंद्रकला पर आरोप है कि उन्होंने इसकी भी परवाह नहीं की. हालांकि चंद्रकला इन आरोपों से साफ इंकार कर रहीं हैं.
कौन हैं बी चंद्रकला
सोशल मीडिया पर खासी सक्रिय रहने वाली बी चंद्रकला 2008 बैच की यूपी कैडर की आईएएस अधिकारी हैं और तेलंगाना जिले के एल्लरेड्डली मंडल की मूल निवासी हैं.
आदिवासी समाज से आने वाली चंद्रकला ने बेहद परिश्रम से यह आईएएस का मुकाम हासिल किया है. चंद्रकला सोशल मीडिया पर योगी और अखिलेश से ज्यादा पॉपुलर हैं.
शुरु से ही रहती थीं भाजपा के निशाने पर
बी चंद्रकला शुरु से ही भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर रहती थीं.
समाजवादी सरकार के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने कई बार उनके खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था और उन पर आत्ममुग्ध अधिकारी होने का आरोप लगाया था. भाजपा को चंद्रकला के फेसबुक पर एक्टिव होने से बेहद परेशानी थी.
योगी सरकार के आने के बाद जिन सरकारी अधिकारियों पर गाज गिरने की आशंका जताई जा रही थी, उनमें चंद्रकला भी एक थीं.
वैसे आम जनता में चंद्रकला अपनी सख्ती के लिए काफी लोकप्रिय थीं. उनके बारे में ये आम धारणा थीं कि वो राजनेताओं की पैरवी नहीं सुनती थीं, इसलिए उन पर गाज गिरना पहले से तय था.