आज कल के समय में हम और आपको मौजूदा राजनीति में कई अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. भले ही बीजेपी ने कई राज्यों में जीत गई हो और अपनी सत्ता भी बना ली हो लेकिन बीजेपी की सत्ता होने के बावजूद कांग्रेस की भी स्थिति केंद्र में पहले से काफी ज्यादा मजबूत कर ली है.
हम आपको बता दें कि इस समय अगर कोई पार्टी बीजेपी को टक्कर दे रही है तो वह है कांग्रेस. हम आपको यह भी बता दें कि कांग्रेस पार्टी आने वाले समय में कई बदलाव भी कर रही है और एक मजबूत रणनीति भी अपना रही है जिसके चलते कांग्रेस को बेहतर परिणाम भी मिल रहे हैं. जबसे राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी की बागडोर संभाली है तबसे पार्टी के जो कार्यकर्ता हैं उनमे एक नया जोश और ताकत देखने को मिल रही है.
हम आपको बता दें कि लोगों के बीच कांग्रेस पार्टी की लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है जिसके चलते कांग्रेस पार्टी के लिए मध्य प्रदेश में होने वाले लोकसभा चुनाव काफी अहम होंगे क्योंकि मध्य प्रदेश में सीएम पद के लिए चुनाव होने वाले हैं. बीजेपी भी इस चुनाव में खुद को साबित करने की पूरी कोशिश कर रही है.
मध्य प्रदेश का सीएम बनने के लिए कमल नाथ ने जताई इच्छा
हम आपको बता दें कि इस साल मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक नई रणनीति बनाई है जिसके तहत कांग्रेस ने बिना किसी मुख्यमंत्री के इस चुनाव को लड़ने की तैयारी में जुट गई है. दीपक बावरिया जो कि प्रदेश प्रभारी हैं उन्होंने इस बात का ज़िक्र किया है.
लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि कांग्रेस के विधायक केपी सिंह का कुछ और ही बयान सामने आ रहा है. कांग्रेस अभी तक तो बिना किसी चेहरे के चुनाव लड़ने की बात कर रही थी लेकिन अब गुप्त सूत्रों से पता चला है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का चेहरा पूर्व शहरी विकास मंत्री कमल नाथ हो सकते हैं.