हम आपको बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव होने से पहले गोवा में एक अलग ही सियासी माहौल बनता नजर आ रहा है जिसकी कल्पना शायद ही किसी ने की हो। हम आपको बता दें कि मनोहर पारिकर जो कि गोवा के मुख्यमंत्री हैं वह इस वक्त दिल्ली के एम्स अस्पताल में कैंसर के इलाज के लिए भर्ती हैं। इसी कारण कांग्रेस ने गोवा में अपनी सरकार बनाने का प्रस्ताव रखा है।
1. गोवा में बढ़ी बीजेपी की मुश्किलें
खबर के मुताबिक को कांग्रेस के विधायकों ने राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात करने की मांग की थी लेकिन मृदुला सिन्हा उस वक्त वहां पर मौजूद नहीं थी इसलिए कांग्रेस विधायकों की मुलाकात उनसे नहीं हो पाई है।
2. कांग्रेस ने पेश किया गोवा में सरकार बनाने का दावा
आपको बता दें कि गोवा कांग्रेस के चार विधायक राजभवन में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि राज्यपाल से मुलाकात ना होने के चलते यह विधायक उनके निवास स्थान पर मेमोरेंडम छोड़कर आए हैं जिसे पार्टी के 16 विधायकों ने साइन किया है।
3. सीएम मनोहर पर्रिकर एम्स में भर्ती
इस छुट्टी में गोवा कांग्रेस विधायकों ने दावा किया है कि इस वक्त राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर पारिकर अपना इलाज कराने में व्यस्त चल रहे हैं। दिल्ली के एम्स में भर्ती होने से पहले वह अमेरिका में इलाज करवाने गए हुए थे जिसके चलते राज्य में सरकार भगवान भरोसे चल रही है।
4. जल्द गोवा में हो सकता है सत्ता का तख्तापलट
आपको बता दें कि राजयपाल को सौंपे मेमोरेंडम में कांग्रेस विधायकों का कहना है कि उन्हें गोवा में सरकार बनाने का मौका दिया जाए। क्योंकि उनके पक्ष में अब कुछ अन्य पार्टी के विधायक भी आ चुके हैं। गोवा में इस वक़्त बीजेपी पर खतरा मंडरा रहा है।
5. साल 2017 में कांग्रेस बनी थी सबसे बड़ी पार्टी
आपको बता दें कि साल 2017 में गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने 13 सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन उन्होंने गोवा की लोकल पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बनाई थी लेकिन अब कांग्रेस ने मनोहर पारिकर की तबीयत खराब होने के चलते मौके का फायदा उठाया है।
निष्कर्ष:
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को गोवा में तगड़ा झटका लगने के आसार बन रहे हैं।