जैसा कि आप सब जानते हैं कि देश में इस समय जांच एजेंसी सीबीआई में काफी उठापटक मची हुई है और इसमें केंद्र सरकार के कथित दखल के बाद से विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। आपको बता दें कि हाल ही में सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के बीच एक साल चला विवाद सार्वजानिक होने के बाद दोनों को छुट्टी पर भेज दिया गया था।
अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुच चुका है। इस मुद्दे पर जब एक डिबेट का आयोजन किया तो कांग्रेस नेता ने 60 सेकंड में अपना जवाब देकर सबकी बोलती बंद कर दी। सीएनबीसी आवाज़ पर पत्रकार अमीश देवगन के शो में कांग्रेस प्रवक्ता आदिल बोपाई का कहना था कि मोदी सरकार एक-एक करके सारी संस्थाओं को खत्म करने पर आमादा है।
पहले सुप्रीम कोर्ट के जज प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और अब सीबीआई डायरेक्टर कह रहे हैं कि वो ऐसे मामलों की जांच कर रहे थे जो सरकार को पसंद नहीं। कांग्रेस प्रवक्ता ने अपनी बात शुरू करते हुए कहा कि मुझे बस 60 सेकंड्स दीजिये मैं अपना जवाब दे दूंगा।
इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता ने जवाब देते हुए कहा कि मैंने अभी अलोक वर्मा की पेटीशन पढ़ी है उसमे बड़े स्पष्ट तौर से कहा गया है कि इन्हें इसलिए हटाया जा रहा है क्योकि कई सेंसिटिव इन्वेस्टीगेशन इनके पास है। आज इंडियन एक्सप्रेस के पहले पेज पर सात केस है जो इनकी टेबल पर है और इन्होने एफिडेविट पर सुप्रीम कोर्ट में अपनी प्लीडिंग में भी कहा है।
दूसरी बात देश में स्थिति क्या है सुप्रीम कोर्ट के चार जज आकर मीडिया में कहते है लोकतंत्र खतरे में है, ईडी का अफसर राजेश्वर सिंह कहता है कि मोदी जी का ब्लूवाइट अफसर हसमुख ने नीरव मोदी से गोल्ड बिस्कुट लिए है, आरबीआई की तो बात ही न करो, चीफ इलेक्शन कमीशन की भी संस्था को ख़त्म कर दिया है,और अब सीबीआई जो देश की एंटी प्रीमियर करप्शन एजेंसी है।
#TakkarronAwaaz| मोदी सरकार एक-एक करके सारी संस्थाओं को खत्म करने पर आमादा है। पहले सुप्रीम कोर्ट के जज प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और अब CBI डायरेक्टर कह रहे हैं कि वो ऐसे मामलों की जांच कर रहे थे जो सरकार को पसंद नहीं:आदिल बोपराई, प्रवक्ता, कांग्रेस pic.twitter.com/sxO9W21yPl
— CNBC-AWAAZ (@CNBC_Awaaz) October 25, 2018
इसके बाद उन्होंने कहा कि आप समझिये आम आदमी का विश्वास आ देश की सबसे प्रीमियर एजेंसी में ख़त्म हो गया है। वो क्या कहेगा कि सीबीआई डायरेक्टर अपने जूनियर पर आरोप लगा रहा है और जूनियर सीनियर पर आरोप लगा रहा है।
पर देखिये सरकार ने ये इस समय पर क्यों किया अब सरकार कहती है कि हमारे पास वर्मा के खिलाफ कंप्लेंट्स है ये कंप्लेंट्स अगस्त से भी पहले की है। अब बताइए साढ़े तीन महीने हो गये है और एकदम से रात के ढाई बजे ये दसवा और ग्यारवा फ्लोर सील कर देते है और सीबीआई डायरेक्टर को हटा देते है।
अब लीगल इशू देखिये कि जो एक्ट है और विनीत नारायन की जजमेंट है वो कहती है कि बिना सिलेक्शन कमिटी के अप्रूवल के सीबीआई को ट्रान्सफर या दिवेस्ट अथॉरिटी से नहीं किया जा सकता। सिलेक्शन कमिटी है देश के पीएम, सीजेआई और विपक्ष के नेता ये सरकार ने स्टटूटोरी अथॉरिटीज़ को बायपास किया है।