जैसा कि आप सब जानते हैं कि इस साल यानि कि 2018 के अंत में कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे जबकि 2019 में लोकसभा चुनाव होंगे. आपको बता दें कि इन चुनावों में जीत हासिल करने के लिए सारी पार्टियाँ खूब मेहनत कर रही हैं और अभी से तैयारियां कर रही हैं.
हम आपको बता दें कि सारी पार्टियां पूरे देश में छाई मोदी लहर को खत्म करने की पूरी कोशिश कर रही हैं. आपको बता दें कि सारी पार्टियों को एक साथ लाने में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी अहम भूमिका निभा रही हैं. इनका साथ दे रहे हैं एनसीपी नेता शरद पवार.
आपको जानकर ख़ुशी होगी कि बीजेपी का 2019 में पूरी तरह से सफाया करने के लिए शरद पवार ने सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ 2019 के लोकसभा चुनावों को लेकर बातचीत की है. गुप्त सूत्रों से पता चला है कि इस बातचीत के दौरान इन तीन नेताओं के इलावा नेता डी राजा भी शामिल थे.
हम आपको बता दें कि इन सभी नेताओं ने काफी देर तक बातचीत की. इन नेताओं ने इन मुद्दों पर बातचीत कि: सौ प्रतिशत विदेशी निवेश (एफडीआइ) के लिए रक्षा, खुदरा और नागरिक उड्डयन क्षेत्रों को खोलने के सरकार के फैसले का मिलकर विरोध करने पर सहमति भी बन गई.
सोनिया गाँधी और राहुल गांधी से बातचीत करने के बाद शरद पवार ने अगले दिन विपक्षी पार्टी के नेताओं की एक बैठक भी बुलवाई. सौ बात की एक बात यह है कि सभी विपक्षी पार्टीयों का इस तरह से एक साथ आना और 2019 लोकसभा चुनाव में अभी से बीजेपी के खिलाफ रणनीति बनाना बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है.
तो यह बात तो साफ है कि आने वाले 2019 लोकसभा चुनाव बीजेपी के लिए काफी कठिन साबित होंगे जिसमे बीजेपी पार्टी का जीतना लगभग असंभव है.