तो चलिए अब बात करते हैं कांग्रेस की। जैसा कि आप सब जानते हैं कि 2019 लोकसभा चुनाव होने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है और आने वाले चुनावी मौसम को देखते हुए सभी बड़ी राजनीति पार्टियों ने अपनी अपनी बनाई रणनीति पर काम करना शुरु कर दिया है। हम आपको बता दें कि इस देश के 8 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद अगले साल 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए पार्टियों ने खुद को अभी से मजबूत करने की तैयारी शुरु कर ली है।
आगामी चुनावों की खास तैयारी में राजनीति पार्टियां
देश में होने वाले इतने बड़े चुनावी माहौल के साथ ही 2019 के लोकसभ चुनाव हर एक पार्टी के लिए काफी मायने रखते हैं। यही वजह है कि इसके लिए पार्टियों ने अभी से अपनी कमर कस ली है। मौजूदा समय में जहां बीजेपी इस वक्त देश की सबसे बड़ी पार्टी है।
तो वहीं लोकसभा चुनाव में उसे टक्कर देने के लिए देश की सबसे पुरानी पार्टी यानी नेशनल कांग्रेस पार्टी भी खुद को मजबूत करने के लिए कई पार्टियों के साथ गठबंधन का सहारा लेने की कोशिश में हैं। जिसके लिए पूर्व पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी पार्टी के नेताओं के साथ मुलाकात भी की है।
बिहार की दो सीटों के उपचुनाव पर है सबकी नजर
जहां लोकसभा और विधानसभा के इन चुनावों पर सभी की नजर रहेगी। वहीं दूसरी तरफ मार्च के महीने में बिहार और उत्तर प्रदेश की 2 सीटों के लिए उपचुनाव पर भी पार्टियां अपनी पकड़ बनाए रखना चाहती हैं। दो सीटों पर अपनी पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टियां अपनी आगे की तैयारी कर रही हैं।
कांग्रेस और आरजेडी मिलकर लड़ेंगी चुनाव
बिहार की 2 सीटों को देखें तो यहां आरजेडी और कांग्रेस पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ने पर फैसला कर लिया है। इस बीच ही आरजेडी अध्यक्ष तेजस्वी यादव व कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि आरजेडी से लोकसभा और जहानाबाद की विधानसभा सीट के लिए अपना उम्मीदवार उतारेगी।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने भभुआ विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारने की बात कही है। बता दें कि बिहार की इन दो सीटों पर नेताओं के निधन के बाद चुनाव कराए जा रहे हैं। सीटों के लिए 20 फरवरी तक नामांकन दिया जाएगा और 11 मार्च को सीटों पर मतदान होगा।
जब 2017 में टूटा था बिहार का गठबंधन
बिहार की बिती राजनीति के बात करें तो 2017 में सरकार का गठबंधन टूटने के बाद होने वाले उपचुनावों को एक बड़ी राजनीतिक घटना के तौर पर देखा जा रहा था। कांग्रेस विधायक विजय शंकर दुबे के मुताबिक 11 मार्च को होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस और आरजेडी बीच हुआ गठबंधन सीधे तौर पर असर डालेगा।
गठबंधन के दरारों को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि किसी भी चरण के दौरान गठबंधन में तनाव नहीं हो रहा है। विपक्षी दलों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों से इतर आरजेडी और कांग्रेस की तरफ से सयुंक्त रुप से चुनाव लड़ा जाएगा।