आपको बता दें कि कांग्रेस धीरे-धीरे अपनी पकड़ मजबूत बना रही है. जैसा कि आप सब जानते हैं कि राज्य मध्य प्रदेश में सड़कों की हालत बहुत ही ज्यादा खस्ता है. तो वहीं इस राज्य में बिजली की कमी की पूर्ती भी नहीं हो पा रही है. यहाँ पर किसान भी आत्महत्या कर रहे हैं. हम आपको बता दें कि बीजेपी इन्ही मुद्दों को आधार बना कर दो विधानसभा चुनाव जीत गई थी.
हम आपको यह भी बता दें कि बीजेपी पिछले आठ साल से सत्ता का सुख ले रही है. लेकिन अब जनता सब समझ गई है और अब यही मद्दे बीजेपी के लिए संकट बन गए हैं और बीजेपी की हार का कारण बन गए हैं.
आपको बता दें कि न केवल मध्य प्रदेश के दूसरे जिलों में सड़के खराब हैं बल्कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी सड़कों की हालत काफी खस्ता है जिसके कारण वाहन चलना बहुत ही ज्यादा कठिन है. भोपाल की सड़कों पर जगह-जगह दो फुट के गहरे गढ्ढे देखने को मिलते हैं.
मध्य प्रदेश में बीजेपी की करारी हार
आपको बता दें कि कांग्रेस ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के गृह क्षेत्र राजगढ़ में नगरपालिका चुनाव में बेहद शानदार जीत हासिल की है जबकि बीजेपी को करारी हार मिली है. हम आपको यह भी बता दें कि महेंद्र शर्मा ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर भारी मतों से जीत हासिल की है.
बता दें कि ज्यादातर वार्डों में कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी ने भी जीत दर्ज की है. बताते चलें कि हमें नगरपालिका चुनावों का परिणाम देखकर ऐसा लगा कि मानो अब इस राज्य में शिवराज सरकार का जादू धीरे-धीरे खत्म हो रहा है.
ज्यादातर सीटें कांग्रेस जीत गई है. हम आपको बता दें कि आरती शर्मा जो कि कांग्रेस अध्यक्ष प्रत्याशी हैं वह बीजेपी की माया अग्रवाल से तकरीबन तीन हजार वोटों से जीत गई हैं. इसके इलावा बीजेपी के सांसद प्रतिनिधि गोपाल पटवा को करारी हार मिली है जबकि कांग्रेस के महेंद्र गौरव राजपूत ने शानदार जीत हासिल की है.
वोटों की गिनती होने के बाद मध्य प्रदेश में जो कांग्रेस उम्मीदवार जीत गए हैं उनके नामों की घोषणा कर दी गई है. इन नामों में कांग्रेस के चंद्रशेखर बुनकर, महेंद्र सिंह गौरव राजपूत,राधेकिशन कश्यप, गुड्डीबाई मीना, गायत्री ओझा, अनीता नामदेव, गीता राजपूत और अमर सिंह लोधा का नाम शामिल है.