आप सभी के मन में यह सवाल तो ज़रूर उठ रहा होगा कि देशभर में कोरोना वायरस के चलते लगाए गए 21 दिनों के लॉकडाउन के बाद ट्रेन चलेंगी या नहीं? इस सवाल का जवाब आप सभी जानना चाह रहे होंगे। हम आपको बता दें कि कई मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि कुछ नियमों के साथ ट्रेन सेवा देश में शुरू हो जाएगी।
हालांकि, भारतीय रेलवे ने अभी तक इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। ऐसे में मीडिया रिपोर्ट पर रेल मंत्रालय ने कहा है कि ट्रेनों के संभावित यात्रियों के प्रोटोकॉल आदि को लेकर मीडिया रिपोर्ट हैं। वो एक तारीख से शुरू होने वाली ट्रेनों की संख्या का भी जिक्र कर रहे हैं। अंतिम निर्णय अभी भी लिया जाना है और ऐसे समय में पूर्व परिपक्व रिपोर्टिंग अनावश्यक अटकलों का रूप ले रही हैं।
देशभर में इस समय कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सभी यात्री ट्रेनों को बंद कर दिया है। सिर्फ मालगाडि़यां ही चलाई जा रही हैं। हालांकि, लॉकडाउन के बाद काफी लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में फंस गए हैं। वे अपने घर पहुंचना चाहते हैं, लेकिन कोई साधन नहीं है। ऐसे लाखों लोग ट्रेनों के चलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, रेल मंत्रालय ने अभी ये निर्णय नहीं लिया है कि यात्री ट्रेनें चलेंगी या नहीं।
दरअसल, कई राज्यों ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लॉकडाउन को बढ़ाने का आग्रह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किया है। देश में इस समय जिस तेजी से कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, उन्हें देखते हुए लॉकडाउन का बढ़ना ही उचित निर्णय होगा। सूत्रों के हवाले से भी ऐसी सूचना मिल रही है कि मोदी सरकार मौजूदा लॉकडाउन का बढ़ाने के बारे में गंभीरता से विचार कर रही है। दरअसल, कोरोना वायरस को रोकने का एक ही उपाय है, ‘सोशल डिस्टेंसिंग’। ऐसे में अगर ट्रेन सुविधा को शुरू कर दिया जाता है, तो कोरोना वायरस के भारत में फैलने की रफ्तार बढ़ सकती है।
राजधानी-शताब्दी समेत 45 ट्रेनें 15 अप्रैल से
खबर है कि लॉक डाउन के खत्म होते ही भारतीय रेल चुनिंदा ट्रेनें चला सकती हैं। इनमें रेलवे की प्रीमियम ट्रेनें शामिल हैं। बताया जा रहा है कि रेलवे ने इसके लिए प्लानिंग कर ली है।
रेल मंत्रालय ने लॉक डाउन खोले जाने की स्थिति में कोरोना वायरस से अधिक प्रभावित, कम प्रभावित और बेहद कम प्रभावित इलाकों के लिए रेलवे परिचालन पर विचार किया है। ट्रेन संचालन के लिए सभी जोनल महाप्रबंधकों को प्लान के साथ तैयार रहने को कहा गया है। हालांकि, रेलवे की ओर से फिर से स्पष्ट किया गया है कि जब तक केंद्र सरकार के स्तर पर लॉक डाउन हटाने के बारे में फैसला नहीं किया जाता, तब तक ये ट्रेनें नहीं चलाई जाएंगी।
लॉकडाउन खुलने पर सिर्फ चुनिंदा रूटों पर चलेगी स्पेशल आरक्षित ट्रेनें
बताया जा रहा है कि रेल मंत्रालय ने लॉकडाउन खुलने की स्थिति में ट्रेन संचालन के तौर-तरीकों पर मंथन शुरू कर दिया है। खबरों के मुताबिक, इस संबंध में रेलवे बोर्ड अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने सभी जोनल महाप्रबंधकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस पर चर्चा कर सुझाव देने और प्लान तैयार करने को कहा है।
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक सरकार लॉकडाउन के बारे में फैसला नहीं करती और रेलवे बोर्ड द्वारा आदेश जारी नहीं कर दिए जाते, किसी भी हालत में ट्रेन संचालन की तारीख के बारे में कयास नहीं लगाए जाने चाहिए, क्योंकि इससे लोगों के बीच भ्रम और अफरातफरी की स्थिति पैदा हो सकती है। सूत्रों के अनुसार, कांफ्रेंस के दौरान रेलवे बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि सरकार कोरोना संक्रमण मामलों के हिसाब से देश को तीन परिक्षेत्रों-रेड, येलो और ग्रीन जोन में विभाजित करने पर विचार कर रही है।
रेड जोन में कोई भी ट्रेन नहीं चलाई जाएगी। येलो जोन में सीमित संख्या में ट्रेने चलेंगी, जबकि ग्रीन जोन में पूरी तरह ट्रेन यातायात खोल दिया जाएगा। लेकिन चलने वाली सभी ट्रेनो में कुछ नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा।
गौरतलब है कि रेल मंत्रालय ने अब सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है। रेलवे ने साफ कर दिया है कि ट्रेन संचालन को लेकर अभी कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है। कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों और राज्य सरकारों के लॉकडाउन बढ़ाने के आग्रह को मद्देनजर रखते हुए भी यह संभावना काफी कम है कि निकट भविष्य में ट्रेनों का संचालन शुरू हो पाए।