नई दिल्ली: आज से ठीक एक साल पहले देश से 1000 और 500 के पुराने नोट बंद कर दिए गए थे। वैसे अगर देखा जाए तो 500 और 2000 रुपये के नए नोट चलने के बाद अर्थव्यवस्था पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। हम आपको बता दें कि जबसे नए नोट आये हैं तबसे सरकार ने नया ऐलान करते हुए नोटों को लेकर कानून सख्त कर दिया है।
भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक अगर आपने नोटों पर कुछ लिखा पाया गया तो वह नोट मान्य नहीं होगा। चाहे वो नोट 500 और 2000 रुपये की नई करेंसी में ही क्यों न हो, अगर उसपर अगर कुछ लिखा या रंगा पाया गया उसके बाद आप उसे कहीं नहीं चला सकेंगे। नये कानून के मुताबिक अगर नोट पर रंग भी लग जाये तब भी मान्य नहीं होगा। अगर कुछ लिखना ही है तो पेन्सिल का प्रयोग करें।
बता दें कि भारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों के विमुद्रीकरण, जिसे छोटे रूप में नोटबंदी कहा गया था, की घोषणा 8 नवम्बर 2016 को रात आठ बजे भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अचानक राष्ट्र को किये गए संबोधन के द्वारा की गयी थी।
यह संबोधन टीवी के द्वारा किया गया था। इस घोषणा में 8 नवम्बर की आधी रात से देश में 500 और 1000 रुपये के नोटों को खत्म करने का ऐलान किया गया। इसका उद्देश्य केवल काले धन पर नियंत्रण ही नहीं बल्कि जाली नोटों और आतंकी फंडिंग से छुटकारा पाना भी था।