मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर का वंशज होने का दावा करते हुए प्रिंस याकूब हबीबउद्दीन तुसी ने रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद पर आज मालिकाना हक जताते हुए खुद को विवादित स्थल का मुतवल्ली बनाये जाने की मांग की.
याकूब ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बाबरी मस्जिद मुगल बादशाह बाबर की थी. उन्होंने कहा, ‘‘चूंकि मैं मुगलों से हूं लिहाजा मैं बाबरी मस्जिद का मालिक हूं.’’ उन्होंने अपने दावे के समर्थन में अपनी कथित ‘डीएनए रिपोर्ट’ भी दिखायी. हालांकि डीएनए रिपोर्ट का मिलान किसके साथ हुआ है और वह सही है या नहीं इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है.
याकूब ने उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड से खुद को मुतवल्ली बनाए जाने की मांग करते हुए शिया वक्फ बोर्ड के किसी भी तरह के दावे को खारिज कर दिया. उन्होंने कल उत्तर प्रदेश के काबीना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण से मुलाकात कर अपनी दावेदारी पेश की थी. इस पर मंत्री ने उनसे सुन्नी वक्फ बोर्ड को प्रार्थना पत्र देने की बात कही थी.
उन्होंने कहा कि अगर सुन्नी वक्फ बोर्ड उन्हें मुतवल्ली नहीं बनाता है तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे. न्यायालय से जीत हासिल होने के बाद वह अयोध्या विवाद का बातचीत के जरिये हल निकालेंगे.
याकूब ने बातचीत के जरिये विवाद का हल निकालने की श्री श्री रविशंकर की पहल का स्वागत करते हुए कहा, ‘‘मैंने उनसे मुलाकात की है और उनका प्रयास सराहनीय है.’’ उन्होंने कहा कि वह मसले का सौहार्द्रपूर्ण हल चाहते हैं.
वर्ष 1992 में बाबरी विध्वंस के बाद से अब तक हुए घटनाक्रम के दौरान विवादित स्थल पर अपना दावा पेश नहीं करने के सवाल पर याकूब ने कोई साफ जवाब नहीं दिया.