अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जो सोमवार को दो दिवसीय भारत यात्रा पर आए हैं, अहमदाबाद के बाद उत्तर प्रदेश के आगरा पहुंचे थे। यहां पर ट्रंप ने सपरिवार मोहब्बत की निशानी और दुनिया के अजूबों में शुमार ताज महल का दीदार किया।
फर्स्ट लेडी मेलानिया के अलावा उनकी बेटी इवांका ट्रंप और दामाद जेरार्ड कश्नर भी ताज महल गए थे। ट्रंप फैमिली के साथ गाइड नितिन कुमार सिंह थे और नितिन ने बताया है कि राष्ट्रपति ने ताज महल के अंदर मौजूद असली कब्रों को देखने से इनकार कर दिया था।
सिक्योरिटी एजेंट्स को था नुकसान का डर
नितिन ने बताया है कि ट्रंप के सुरक्षा स्टाफ को इस बात की चिंता थी कि ट्रंप ताज महल के अंदर उस जगह पर फिट नहीं हो पाएंगे, जहां पर असली कब्रें हैं। नितिन कुमार ने बताया कि ट्रंप और फर्स्ट लेडी मेलानिया दोनों ही ताज महल की खूबसूरती को देख नि:शब्द थे।
मगर राष्ट्रपति ट्रंप ने यहां पर मौजूद मुगल शासक शाहजहां और उनकी पत्नी मुमताज की कब्रों को देखने से साफ इनकार कर दिया था। नितिन के मुताबिक ट्रंप के साथ मौजूद सुरक्षा स्टाफ को डर था कि अगर ट्रंप कब्रों को देखेंगे तो वह खुद को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
यहां पर मौजूद असली कब्रें बहुत ही संकरी जगह पर हैं और इसकी हाइट भी काफी कम है। ट्रंप की हाइट 6 फीट तीन इंच है और उनका वजन 113 किलोग्राम है। व्हाइट हाउस की तरफ से पिछले वर्ष जब उनका चेकअप कराया गया था तो ये नतीजे हासिल हुए थे।
सबसे लंबे अमेरिकी राष्ट्रपति हैं ट्रंप
ट्रंप अमेरिकी इतिहास में पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं जो इतने लंबे हैं। ट्रंप से पहले पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के नाम यह रिकॉर्ड दर्ज था। टूर गाइड नितिन ने बताया है कि ताज महल को देखने के बाद ट्रंप दंपति ने कहा, ‘इनक्रेडिबल’ यानी अविश्वसनीय।
नितिन ने बताया है कि राष्ट्रपति और पत्नी मेलानिया वादा करके गए हैं कि वह इस आश्चर्यजनक इमारत को देखने फिर से आएंगे। नितिन ने बताया कि उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फर्स्ट लेडी मेलानिया को एक-एक चीज के बारे में बताया।
ट्रंप को बताया क्यों बना था ताज महल
ट्रंप ने ताज महल की विजिटर्स बुक में लिखा है, ‘ताज महल अचंभित करने वाला है। यह भारतीय संस्कृति की विविधतापूर्ण और समृद्ध खूबसूरती का परिचायक है। थैंक्यू इंडिया।’
ट्रंप की बेटी इवांका जो कि राष्ट्रपति की सीनियर एडवाइजर हैं उन्होंने अपने पति जेरार्ड कश्नर के साथ इसका दीदार किया है। आगरा के ही रहने वाले नितिन कुमार ने बताया कि उन्होंने ट्रंप दंपति को ताज महल के निर्माण के कहानी के बारे में बताया।
साथ ही यह भी बताया कि इसे क्यों बनवाया गया था। नितिन की मानें तो राष्ट्रपति ट्रंप, शाहजहां और उनकी पत्नी मुमताज की लव स्टोरी को जानकर काफी इमोशनल हो गए थे। नितिन के मुताबिक उन्होंने ट्रंप को यह भी बताया कि कैसे उनके बेटे औरंगजेब ने उन्हें बंदी बना लिया और फिर जब शाहजहां की मौत हुई थी तो उन्हें मुमताज की कब्र के करीब ही ताज महल में दफनाया गया था।
ताज महल देखने वाले तीसरे राष्ट्रपति
डोनाल्ड और मेलानिया ट्रंप इसके इतिहास और गुंबद पर हुई कलाकारी से काफी प्रभावित दिखे। ट्रंप से पहले ड्वाइट डेविड आइजनहावर ने सन् 1959 में और उनके बाद साल 2000 में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने ताज महल का दीदार किया था।
मेलानिया ट्रंप ने नितिन से मड पैक ट्रीटमेंट के बारे में जानकारी ली और पूरी प्रक्रिया को जानकर वह आश्चर्यचकित नजर आईं। ताजमहल का निर्माण कार्य मुमताज की मौत के बाद सन् 1631 में शुरू हुआ था। इसके पूरा होने में करीब 20 साल का समय लगा था।