वाशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच में हमने समानताओं के बारे में तो सुना ही है। लेकिन अब नए राष्ट्रपति ट्रंप कुछ ऐसा करने जा रहे हैं जिसकी प्रेरणा शायद पीएम नरेंद्र मोदी को कहा जा सकता है।
सिर्फ एक डॉलर सैलरी और नो छुट्टी
नए राष्ट्रपति ट्रंप ने ऐलान किया है कि वह सैलरी के तौर पर सिर्फ एक डॉलर लेंगे। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने ऐलान कर दिया है कि वह बिना छुट्टी लिए हुए काम करेंगे। ट्रंप ने यह बात सीबीसी के कार्यक्रम 60 मिनट्स को दिए इंटरव्यू में कही। ट्रंप की बात सुनकर आपको याद आया होगा कि पीएम मोदी ने भी एक वर्ष में कोई छुट्टी नहीं ली है और बिना रुके काम किया है।
चुनावी वादे से मुकरे ट्रंप
दरअसल राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने चुनावी कैंपेन में ऐलान किया था कि वह राष्ट्रपति बनने के बाद उन्हें मिलने वाली सैलरी नहीं लेंगे। इंटरव्यू ले रही जर्नलिस्ट लेस्ले स्टाल ने उनसे इंटरव्यू में पूछा गया कि क्या वह अब अपने उसी वादे पर बरकरार हैं तो उनका जवाब था, ‘नहीं।’ फिर उन्हें एंकर ने उनका चुनावी वादा याद दिलाया तो उन्होंने जवाब दिया, ‘मुझे कानून के हिसाब से काम करना होग। ऐसे में मैं सिर्फ एक डॉलर की सैलरी ही हर वर्ष लूंगा।’
नहीं मालूम कितनी है राष्ट्रपति की सैलरी
उन्होंने यह बात स्वीकार की कि उन्हें इस बात के बारे में कोई भी जानकारी नहीं थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति की सैलरी कितनी होती है। जब उन्हें बताया कि यह 400,000 डॉलर प्रतिवर्ष है उन्होंने इसे लेने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह इसे नहीं लेंगे। ट्रंप ने यह भी कहा कि वह अपने कार्यकाल के दौरान बहुत छुट्टी नहीं लेंगे। उनका कहना था कि राष्ट्रपति बनने के बाद उन्हें बहुत सारा काम करना है। वह लोगों के लिए काम करना चाहते हैं और वह इसे करना चाहते हैं।
राष्ट्रपति ओबामा का एक फैसला बरकरार
ट्रंप ने इंटरव्यू में बताया कि वह राष्ट्रपति बराक ओबामा के हेल्थ केयर प्लान को बरकरार रखेंगे। उन्होंने कहा कि वह टैक्स को कम करेंगे और हेल्थ केयर का ध्यान रखेंगे। ट्रंप ने कहा कि वह लोगों को साथ लेकर चलने में यकीन रखते हैं। उन्होंने इंटरव्यू में अपने समर्थकों और अपने विरोधियों को साथ आने की अपील की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति चुनावों के बाद हिंसा की खबर ने उन्हें काफी दुखी किया था।
किसी को डरने की जरूरत नहीं
स्टाल ने ट्रंप को बताया कि उनके राष्ट्रपति बनने के बाद से मुसलमान, गे, अफ्रीकी-मुसलमान और लैटिन समुदाय में काफी डर बना हुआ है। इस पर ट्रंप ने कहा कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। अमेरिका की तरक्की के लिए सबको साथ आने की जरूरत है।