हम आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाल चिकित्सा संघ (आईपीए) ने सोमवार को तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोगान को शांति पुरस्कार से सम्मानित करने का ऐलान किया है।
आईपीए के अधिकारियों ने तुर्की में शरणार्थी शिविरों का दौरा करने के बाद एर्दोगान के लिए इस पुरूस्कार की घोषणा की है। एसोसिएशन के बाहरी संबंध विभाग के प्रमुख केमर हसनोग्लू ने कहा कि आईपीए मैनेजमेंट ने शरणार्थी बच्चों के जीवन में उनके योगदान के लिए एर्दोगान को पुरस्कार देने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि “क्योंकि तुर्की ने 1।5 मिलियन से अधिक बच्चों को मदद की पेशकश की और उनकी मदद के लिए ऐसे वक्त हाथ बढ़ाया जबकि वे मौत के मुंह में थे और अनेक देश उदासीन बने हुए थे।”
हसनोग्लू ने कहा, एर्दोगान के नेतृत्व में तुर्की ने इन देशों की बच्चों की मदद ऐसे वक्त में की। जब कई देश इस स्थिति को नजरअंदाज करने में लगे हुए थे।