गाजीपुर। उत्तर प्रदेश में चुनाव के अप्रत्याशित नतीजे आने के बाद सभी पार्टियां इस पर अपनी राय दे रही हैं। सारी पार्टियां इस बात को लेकर भी चिंतित हैं कि ऐसा कैसे हो सकता है. बीजेपी का इस तरह से हारते हुए जीतना। हैरान कर देने वाले नतीजों को देखने के बाद सारी पार्टियों के नेता इसकी पूरी जानकारी लेने में जुट गई हैं.
सारी पार्टियां बात को आगे बढ़ाते हुए समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने EVM में हेराफेरी की आशंका जताते हुए जिलावार सभी सीटो में पोस्टल बैलट के नतीजों का ब्यौरा भेजने के लिए जिलाअध्यक्षों को निर्देश दिया था।
इसके जबाब में गाजीपुर के सपा जिलाअध्यक्ष ननकू सिंह यादव ने जिले की 6 विधानसभा सीटो में पोस्टल मतों का ब्यौरा भेज दिया है।गौरतलब है की जिले की मोह्मदाबाद सीट से सपा-कांग्रेस ने किसी को भी उम्मीदवार नही बनाया था। लेकिन इस पोस्टल बैलेट के नतीजो के अनुसार तो भाजपा ने जिले की एक सीट जीती है बाकि सीटो पर भाजपा तीसरे नम्बर पर थी ।इसके विपरीत ऐसे भाजपा ने चुनाव में सारी सीट जीती है।ये कैसे मुमकिन हो सकता है।
पोस्टल बैलट और EVM के नतीजों में मिलान न होने से ये शक को और गहरा कर रहा है। पोस्टल बैलट में अधिकतर कर्मचारी मतदान करते है जिस वज़ह से पोस्टल बैलट में भाजपा की सिथ्ती मजबूत रहती थी। लेकिन इस बार इसके विपरीत भाजपा पोस्टल बैलट में बुरी तरह हारी।
वहीं EVM में चोंकाने वाली जीत हासिल करने में सफल रही।बीजेपी की इस जीत को मायावती ने काउंटिंग के दिन ही EVM को ज़िम्मेदार ठहरा दिया था। इस बात को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी मायवती के ब्यान पर सहमती दी है। अब ये दोनों पार्टी सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है।