तेलंगाना के जगतियाल जिले में ईवीएम को उठा ले जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हड़कं`प मच गया। हालांकि चुनाव अधिकारियों ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि वीडियो में दिख रहीं ईवीएम का इस्तेमाल केवल कर्मियों को प्रशिक्षण देने में किया गया था।
जगतियाल के तहसीलदार कायार्लय से 10 ईवीएम को सोमवार रात एक ऑटोरिक्शा से वेयरहाउस ले जाया जा रहा था, लेकिन वेयरहाउस बंद होने की वजह से ईवीएम को उसी वाहन से वापस लाया गया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद कुछ लोगों ने मतदान में इस्तेमाल किए जाने वाले ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए।
ईवीएम उठा ले जाने के समय ने भी संदेह पैदा किया। जगतियाल निजामाबाद लोकसभा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां लोकसभा चुनाव के पहले चरण के अंतर्गत 185 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।
तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी(सीईओ) रजत कुमार ने भी कयासों को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि इन ईवीएम को 11 अप्रैल को होने वाले चुनाव से पहले कर्मियों के प्रशिक्षण के लिए इस्तेमाल में लाया गया था। कुमार ने बताया कि वीडियो में दिख रही ईवीएम एम2 वर्जन की है, जबकि पूरे निजामाबाद क्षेत्र में मतदान के लिए एम3 वर्जन की ईवीएम का इस्तेमाल किया गया।
भ्रम फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी
सीईओ रजत कुमार ने कहा कि भ्र`म फैलाने के लिए कुछ पुराने वीडियो को भी सोशल मीडिया पर डाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो लोग भी इस तरह के वीडियो को पोस्ट कर रहे हैं, उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। उधर, जगतियाल के जिला कलेक्टर एस शरथ ने संबंधित अधिकारियों से पूछा है कि ईवीएम को रात में क्यों ले जाया जा रहा था।