हम आपको बता दें कि पूर्वोत्तर भारत के तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए जिनके नतीजे आ चुके थे| यह राज्य हैं: मेघालय, नगालैंड और त्रिपुरा|
लेकिन फिर से इन तस्वीरों को साफ किया गया है कि त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी ने वाम मोर्चे के 25 साल के किले को ध्वस्त कर दिया है त्रिपुरा की सीटों के नतीजे शनिवार को आये थे|
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में पहली बार ऐसा हुआ हैं कि 2018 के चुनाव में बीजेपी ने 35 सीटों पर जीत को हासिल किया हैं जबकि 25 साल से सत्ता में सीपीआई को सिर्फ 16 सीटों से ही संतुष्ट होना पड़ता था और यहाँ पर IPFT को तो 8 सीटों पर जीत मिली हैं इस प्रकार के नतीजे देखने के बाद यहाँ विवाद हो चूका था जिसे देखते हुए इन सीटों की रेकॉउंटिंग की गई|
देर शाम तक काउंटिंग के बाद माणिक सरकार को 5142 वोटों से जीत मिली. ये सरकार धनपुर सीट से चुनाव में कड़ी हुई थी जब काउंटिंग की शुरुआत हुई तब माणिक सरकार विरोधी पार्टी से पीछे चल रही थी फिर नतीजे आते ही माणिक सरकार ने सीपीएम ने काउंटिंग में गड़बड़ी का आरोप लगाया|
इस पर चुनाव आयोग ने शिकायत दर्ज करवाई इस पर माणिक सरकार का बयान आया कि काउंटिंग में फर्जीवाड़ा करने की कोशिश की गई हैं और बीजेपी के कार्यकर्त्ता पर आरोप लगाया कि ये यहाँ पर माहौल ख़राब कर रहे हैं सूचना के अनुसार बताया जा रहा हैं कि ये काउंटिंग 4 राउंड में की गई जिसके बाद बीजेपी ने शिकायत की थी|
कि ईवीएम मशीन पर पोलिंग एजेंट के हस्ताक्षर नहीं हैं, जिसके बाद काउंटिंग को बंद कर दिया गया और बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से सदस्यों से मुलाकात भी की. इसके बाद काउंटिंग होने पर आखिरकार माणिक सरकार को 5142 वोटों से जीत हासिल हुई|