जैसा सभी जानते हैं इसी साल के अंत तक राजस्थान, मध्यप्रदेश और कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसके मद्देनजर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए इन दिनों कर्नाटक के दौरे पर हैं.
गन्ना किसानों से मुलाकात करना अमित शाह को पड़ गया भारी
इसी के चलते बीते रविवार अमित शाह ने कर्नाटक के हूमनाबाद में राज्य के गन्ना किसानों से मुलाकात की. लेकिन जब इसी कार्यक्रम में आए एक गरीब किसान ने बीजेपी अध्यक्ष से किसानों की स्थिति पर तीखा सवाल पूछ लिया तो मानो कार्यक्रम में हंगामा ही हो गया.
किसान के तीखे सवाल सुन अमित शाह के उड़े होश
जी हाँ, जानकारी के लिए बता दें कि जिस वक्त अमित शाह राज्यों के गन्ना किसानों से संवाद कर रहे थे तो मुलाकात के बीच एक किसान उठकर देश में किसानों की बदहाल स्थिति पर केंद्र सरकार के नुमाय्ने अमित शाह से सवाल पूछने लगा, लेकिन उस किसान के सभी सवाल इतने तीखे थे कि उसे देख कार्यक्रम के आयोजकों ने तुरंत किसान के हाथों से माईक छीन लिया और उसे चुप रहने तक की नसीहत दे दी.
कार्यक्रम के आयोजकों ने की किसान के साथ हाथापाई
इतना ही नहीं कहा तो ये भी जा रहा है कि इसी दौरान कथित तौर पर किसान के साथ वहां मौजूद भक्तों ने हाथापाई भी की. अपने साथ हुए इस तरह के अपमान के बाद भी गरीब किसान अपने सवालों के जवाब पाने के लिए अध्यक्ष अमित शाह से गुहार लगाता रहा, लेकिन अध्यक्ष साहब उसकी बाते सुनकर भी अनसुना करते रहे.
किसान के सवालों के बीच फंसे दिखे बीजेपी अध्यक्ष
किसान के सवालों के बीच जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने खुद को फंसा पाया तो उन्होंने मंच पर खड़े होकर किसान को बैठने की बात करते हुए मुद्दा ही बदल दिया. लेकिन अब जब पूरा घटना का वीडियो कर्नाटक कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से शेयर कर बीजेपी अध्यक्ष पर निशाना साधा गया तो मानो एक बार फिर बीजेपी का असली चेहरा लोगों के बीच आ गया.
देखिये वीडियो:-
निष्कर्ष: बीजेपी पर लगे हैं उद्योगों की कर्जमाफी के आरोप
गौरतलब है कि देश में बीते कई सालों से किसानों की जो हालत हैं वो वाकई देश के ऊपर एक बड़ा कलंक बनी हुई है, जिसे बीजेपी सरकार साफ़ करने में अभी तक बिलकुल नाकामियाब रही है.
सत्ता में आने से पहले जो बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी देश के गरीब किसानों की कर्जमाफी की बड़ी-बड़ी बात करते थे उसी मोदी सरकार पर अब ये आरोप लग रहे हैं कि किसानों के कर्ज माफ़ तो नहीं हो सके लेकिन उसने देश के उद्योगपतियों द्वारा लिए कर्ज को माफ कर दिया है. ऐसे में गरीब किसान द्वारा बीजेपी अध्यक्ष से ये तीखे सवाल करना तो बनता ही है.