जैसा कि आप सब जानते हैं कि जब योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे तब उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य से अपराध और अपराधियों का पूरी तरह से खात्मा करने की बात कही थी. आपको बता दें कि उन्होंने अपने भाषण में यह बात साफ तौर से कह दी थी कि उत्तर प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने के लिए सरकारी अफसरों और साथ में प्रशासन को भी काम करना होगा.
इस कलेक्टर ने योगी सरकार की लापरवाही पर ठोकी FIR
आपको बता दें कि फर्रुखाबाद के जिला अस्पताल में प्रशासन की लापरवाही के कारण 49 मासूम बच्चों का देहांत हो गया है. हम आपको बता दें कि इस इलाके के डीएम ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया और न्यायिक जांच कराने के भी आदेश दिये हैं.
हम आपको बता दें कि जब डीएम ने जांच कराई तो पता चला कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई थी. इस मामले पर तुरंत कार्यवाई करते हुए डीएम साहब ने दोषी CMO और CMS के खिलाफ FIR भी दर्ज कर दी.
लेकिन योगी सरकार डीएम द्वारा उठाये गए इस कदम से नाराज थी और योगी सरकार ने FIR पर कार्यवाई न करने का आदेश दे दिया.
डीएम को योगी सरकार पर FIR करना पड़ गया भारी
आपको बता दें कि योगी सरकार ने सिर्फ डीएम द्वारा किए गए FIR को रोकने के आदेश ही नहीं दिये बल्कि डीएम का तबादला भी कर दिया है. जब योगी सरकार ने ऐसा रवैया अपनाया तो सवाल उठने लाज़मी थे. इस पर योगी सरकार ने यह बेतुका बयान दिया और कहा,’अस्पताल में बच्चों का देहांत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुआ. डीएम साहब झूठ बोल रहे हैं.’
भले ही योगी सरकार प्रशासन को बचाने के लिए अपनी सारी हदें पार कर दे लेकिन फिर भी डीएम द्वारा CMO और CMS पर मुकदमा दर्ज कराने से फर्रुखाबाद जिला अस्पताल के सारे डॉक्टरों ने डीएम साहब का समर्थन किया था और हड़ताल पर भी बैठ गये हैं.