30 वर्ष के फैसल जो कि केरल के मल्लापुरम जिले में रहते थे उनकी हत्या के करीब 10 महीने बाद उनके पिता कृष्णा नायर ने भी इस्लाम कुबूल कर लिया है. फैसल की हत्या का आरोप राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं पर लगा था. नायर अपने परिवार में मुसलामन बनने वाले आखिरी शख्स हैं. फैसल की 19 नवंबर 2016 को हत्या के बाद उनकी मां मीनाक्षी आरएसएस को चुनौती देते हुए सार्वजनिक रूप से मुसलमान बन गई थीं.
दो महीने पहले फैसल की दो बहने, साले और पांच बच्चे भी मुसलमान बन गये थे. पुलिस के मुताबिक अगड़ी जाति से आने वाले नायर दो हफ्ते पहले एक स्थानीय मस्जिद में मुसलमान बने है. उनके साथ उनकी पत्नी, बेटियां और पोते-पोतियां भी थे. कहा जा रहा है कि नायर का पूरा परिवार इस वक्त मल्लापुरम के मरकाजुल हिदाया में नए मुसलमान बनने वालों को दी जाने वाली तालीम हासिल कर रहा है.
पुलिस के अनुसार हत्या के आरोपियों को डर था कि फैसल अपने परिवार में बाकी लोगों को भी मुसलमान बनने के लिए उकसा सकता है. पुलिस के अनुसार विनोद ने ही संदिग्धों को फैसल की गतिविधियों की जानकारी दी थी. पुलिस के अनुसार हत्या का मुख्य आरोपी 47 वर्षीय मदाथिल नारायण तिरूर में आरएसएस कार्यवाहक है. वह पहले भी एक मुसलमान बने व्यक्ति की हत्या में संदिग्ध था और पिछले साल जुलाई में सुप्रीम कोर्ट से बरी हुआ था.