उन्नाव. कानपुर से लखनऊ जाने वाली ट्रेनों के रूट पर एक मालगाड़ी के 10 डिब्बे पटरी से उतर गये। इसकी वजह से लखनऊ और कानपुर के बीच की ट्रेनों के आने जाने पर रोक लगा दी गयी है। जैसे ही यह खबर मिली कि मालगाड़ी पलट गयी है वैसे ही रेलवे स्टाफ वहां जाने के लिए इकठ्ठा हो गया। एकमात्र एक्सप्रेस जो कि लखनऊ की तरफ जा रही थी उसको हर छोटे स्टेशन पर रुकने का अनाउंसमेंट किया जाने लगा। यह भी अनाउंसमेंट हुआ कि इस ट्रेन के बाद कोई ट्रेन लखनऊ की तरफ नहीं जायेगी। हादसे के बाद वह ट्रेनें जो लखनऊ से कानपुर की ओर जा रही थीं उनपर भी रोक लगा दी गयी। इस परेशानी के कारण उन्नाव स्टेशन पर खड़ी एलकेएम ट्रेन के पैसेंजरों को परेशानी उठानी पड़ी। उन्नाव से उन्हें अपने मंजिल तक बाई रोड जाना पड़ा। रेलवे में अब अनुशासन जैसी कोई चीज़ रही ही नहीं। विभाग का लक्ष्य अब घटनाओं पर पर्दा डालना है।
गेट नंबर 40 पर हुई घटना
मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने की घटना लगभग 17:40 की है। कानपुर से लखनऊ की तरफ जा रही मालगाड़ी लखनऊ कानपुर के बीच उन्नाव में 40 नंबर गेट सरैया क्रॉसिंग के पास डी रेल हो गई। मालगाड़ी के 10 डिब्बे पटरी से उतर गए। मालगाड़ी के डिब्बे एक दूसरे पर चढ़ गए। तस्वीरों को देखकर स्थानीय रेलवे स्टेशन अधिकारी ने स्थिति को भयावह बताया। स्टेशन अधीक्षक ने बताया कि मौके पर पहुंचने के बाद ही पटना के विषय में कुछ बताया जा सकता है। इस बीच मौके पर पीडब्ल्यूआई व सिग्नल कर्मचारी मौके के लिए रवाना हो गए।
पटरी चटकने की खबरों को रेल विभाग के अधिकारियों ने नहीं लिया गंभीरता से
गौरतलब है कि लखनऊ कानपुर के बीच पटरियों के चटकने की घटना अखबारों की सुर्खियां बनी रहती है। इसके बाद भी रेल स्टॉप मामलों को गंभीरता से नहीं लेता है। हादसों से सबक लेने की जगह उन पर पर पर्दा डालने का काम किया जाता है। रेल विभाग का स्लोगन दूर दृष्टि, पक्का इरादा, अनुशासन हुआ करता था और अन्य विभागों द्वारा रेल के प्रत्येक क्षेत्र व विभाग की गुणवत्ता, अनुशासन का उदाहरण दिया जाता था। परंतु आज की तारीख में रेलवे विभाग के कर्मचारी, अधिकारियों में अनुशासनहीनता सर्वोपरि हो गई। जिसका नतीजा दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या।
उन्नाव लखनऊ के बीच सभी स्टेशनों पर रोकते हुए चलाया गया
दुर्घटना के बाद सबसे ज्यादा परेशानी यात्रियों को हुई जो पैसेंजर ट्रेन से कानपुर जा रहे थे उनकी ट्रेन उन्नाव रेलवे स्टेशन पर गई थी रद्द कर दी गई जिससे सभी यात्री रोड के द्वारा अपने गंतव्य को रवाना होने लगे रेलवे इंक्वायरी द्वारा इस बात का अनाउंसमेंट भी किया जाने लगा कि प्लेटफार्म नंबर 3 पर खड़ी एक्सप्रेस ट्रेन के अतिरिक्त अगले आदेश तक कोई भी गाड़ी लखनऊ की तरफ जाने वाली नहीं है या एक्सप्रेस ट्रेन उन्नाव से लखनऊ के बीच सभी स्टेशनों पर रुकते हुए जाएगी।