हम आपको बता दें कि गुजरात चुनाव में बीजेपी जीत गई है और सरकार बना ली है। लेकिन चुनाव के आंकड़े हैरान करने वाले हैं।
गुजरात चुनाव में भाजपा को शहरो में सफलता मिली है, इसलिए ये माना जा रहा था शिक्षित वर्ग ने भाजपा को वोट किया है लेकिन पोस्टल बैलट के आंकड़े कुछ और इशारा कर रहे है। चुनाव आयोग के जारी आंकड़ों में पोस्टल बैलट की गिनती में कांग्रेस को 50.5 प्रतिशत लोगों का वोट मिला है जबकि भाजपा को सिर्फ 42 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया है।
चुनाव आयोग की तरफ से जारी गुजरात चुनाव के आंकड़े के मुताबिक गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों के लिए कुल 2.35 लाख लोगों ने पोस्टल बैलेट से वोटिंग की है। जिसमें से बीजेपी को 99,650 वोट मिले है जबकि कांग्रेस के पक्ष में 118,792 वोट पड़े है जो कुल वोट का 50.5 प्रतिशत है। अगर 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव की बात की जाए फिर उस समय 2.75 लाख वोटिंग पोस्टल बैलेट से हुई थी। उस समय भाजपा के पक्ष में ज्यादा वोटिंग हुई थी।
बता दे पोस्टल बैलट में चुनाव वाले दिन डयूटी करने वाले कर्मचारी वोट डालते है, पुलिसकर्मी, शिक्षक और अन्य सरकारी अधिकारी पोस्टल से मतदान करते है। बैलेट पेपर से, EVM से कितने वोट हुए, ये संख्या अलग होती है। बैलेट पेपर से कितने वोट हुए, ये अलग संख्या होती है। जो फाइनल आंकड़ा होता है, उसमें दोनों तरह के वोट जोड़े जाते हैं।
अगर ईवीएम और पोस्टल बैलट के ट्रेंड का आकलन किया जाए फिर ये बात साफ़ है कि अगर 2012 के मुकाबले 2017 में भाजपा को वोट में काफी नुक्सान हुआ है फिर गुजरात विधानसभा में भाजपा ने पिछला वोट पर्तिशत कैसे बरक़रार रखा। यदि शिक्षित कर्मचारी वर्ग में भाजपा कमज़ोर थी तो महानगरो में भाजपा को ज़बरदस्त सफलता कैसे मिली।