हम आपको बता दें कि देश में चाहे जितने भी राजनीतिक दलों का गठन हो जाए लेकिन शिक्षित और बुद्धिजीवी वर्ग आज भी कांग्रेस के नेतृत्व में ही देश की सरकार देखना चाहता है.
उन्हें लगता है कि भारत का चौतरफा विकास कांग्रेस ही कर सकती है. यही वजह है कि सिविल सर्विसेज की परीक्षा में टॉपर रहे कश्मीरी युवक शाह फैजल ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है.
शाह फैजल इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में कश्मीर की किसी सीट से उम्मीदवार बनने की तैयारी में हैं.
राहुल गांधी के लिए करेंगे प्रचार
शाह फैजल कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए गठबंधन के प्रमुख दल नेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल होने जा रहे हैं. शाह फैजल कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे और राहुल गांधी को पीएम बनाने के लिए प्रचार प्रसार में उतरेंगे.
शाह फैजल के इस्तीफे के बाद नेकां प्रमुख और जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि मैं शाह फैजल के आईएएस से इस्तीफे का स्वागत करता हूं. मुझे मालूम है कि शाह का इस्तीफा नौकरशाही के लिए नुकसानदेह है पर राजनीति के लिए फायदेमंद है.
डॉक्टर से आईएएस बने थे शाह
मालूम हो कि शाह फैजल 2010 के आईएएस टॉपर रह चुके हैं.वो पहले कश्मीरी थें जिन्होंने आईएएस की परीक्षा में टॉप किया था.शाह फैजल आईएएस बनने के पहले फैजल डॉक्टर थें. डॉक्टरी की प्रैक्टिस करते हुए शाह ने सिविल सर्विस की तैयारी शुरु कर दी थी. अब शाह की मंजिल राजनीति की ओर है. शुक्रवार को एक प्रेस कॉंफ्रेंस का आयोजन कर फैजल अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान कर सकते हैं.
फेसबुक पर पोस्ट कर दी जानकारी
केंद्र सरकार की ओर से कोई गंभीर प्रयास होते नहीं दिखाई दे रहे हैं. हिंदूत्ववादी ताकतों ने करीब 20 करोड़ भारतीय मुसलमानों को हाशिए पर डालने की वजह से उनके दोयम दर्जे का नागरिक हो जाने, जम्मू कश्मीर प्रदेश की खास पहचान पर कपटपूर्ण हमलों तथा भारत में अति राष्ट्रवाद के नाम पर नफरत की बढ़ती सियासत के खिलाफ मैंने आईएएस से इस्तीफे का फैसला किया है.