हम आपको बता दें कि रेलवे भर्तियों के आवेदन में अचानक से बहुत तेज वृद्धि हुई थी। अब यह वृद्धि वापस ले ली गई है।
अब सामान्य अभ्यर्थियों को पहले की तरह 100 रुपये ही देने होंगे। कुछ दिन पहले ही शुल्क पांच सौ रुपये कर दिया गया था, जिसका विरोध भी हो रहा था। माना जा रहा है कि 2019 के चुनाव को देखते हुए रेल मंत्रालय ने शुल्क बढोतरी वापस लेने का फैसला किया। मंत्रालय ने ही ट्वीट कर यह जानकारी दी है कि जिन छात्रों ने आवेदन शुल्क 500 जमा किया है उनको 400 रुपये वापस कर दिए जाएंगे।
इलाहाबाद समेत देश के 21 रेलवे भर्ती बोर्ड की ओर से इस बार ग्रुप डी के 62907 एवं ग्रुप सी के एएलपी और तकनीशियन के कुल 26502 पदों के लिए आवेदन मांगा है। इन पदों में आवेदन के लिए रेलवे भर्ती बोर्ड ने इस बार आवेदन शुल्क में पांच गुना वृद्धि करते हुए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 500 रुपये शुल्क निर्धारित कर दिया था। अभ्यर्थियों ने शुरू से ही इसका विरोध किया।
अभ्यर्थियों द्वारा किए जा रहे विरोध को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने तय किया है कि सामान्य वर्ग के ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने ग्रुप सी और ग्रुप डी की विभिन्न पदों आवेदन किया है और वे ऑन लाइन परीक्षा में शामिल होते हैं तो उन्हें 400 रुपये वापस कर दिए जाएंगे। इसके अलावा अनुसूचित जाति/जनजाति के अभ्यर्थियों से ली गई पूरी फीस वापस कर दी जाएगी। इस बार एससी/एसटी अभ्यर्थियों ने भी ऑन लाइन आवेदन के दौरान 250 रुपये का शुल्क दिया था। आरआरबी इलाहाबाद के चेयरमैन एसएएम नकवी के मुताबिक बोर्ड स्तर पर तय शुल्क के अनुसार अभ्यर्थियों को 400 रुपये वापस किए जाएंगे।