ईरानी सरकार के विदेश मंत्री जवाद शरीफ इन दिनों भारत यात्रा पर हैं. इस यात्रा के दौरान भारत सरकार ने उम्मीद जताई है कि पिछली कांग्रेसी सरकारों में भारत की मदद से ईरान के सिस्तान बलूचिस्तान प्रांत में बनें चाबहार बंदरगाह को जल्द ही पूरी तरह से चालू कर दिया जाएगा.
इसके साथ ही भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में ईरान के एक बैंक को अपनी शाखा शुरु करने की अनुमति प्रदान कर दी गई है.
नितिन गडकरी से मुलाकात के बाद फैसला
केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने भारत यात्रा पर पहुंचें ईरानी विदेश मंत्री जवाद शरीफ के साथ हुए द्विपक्षीय बैठक के बाद संवाददाताओं को यह जानकारी दी कि अब भारत में ईरानी बैंकों की शाखाएं खोली जाएगी. इसकी शुरुआत मुंबई से होगी. गड़करी ने ईरानी सरकार को बैंक खोलने के निर्णय के लिए बधाई दी है और धन्यवाद जताया है.
इसके साथ ही गड़करी ने चाबहार बंदरगाह पर त्वरित कार्रवाई के लिए भी ईरान के प्रति आभार व्यक्त किया है. ये बंदरगाह दक्षिणी ईरान में ओमान की खाड़ी के तट पर स्थित है. चाबहार बंदरगाह सामरिक तौर पर भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
तीन महीने में चालू होगी बैंक की शाखा
गड़करी ने बताया कि ईरान के पसरगाद बैंक की शाखा मुंबई में शुरु होगी. अगले तीन महीनों में इस बैंक की शाखा की शुरुआत हो जाएगी. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की सारी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है. वहीं ईरानी विदेश मंत्री ने भी कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि पसरगाद बैंक और भारत के यूको बैंक ने आपस में तालमेल बैठाकर काम करना शुरु कर दिया है. ये दोनों बैंक चाबहार बंदरगाह के परिचालन से जुड़े लेनदेन के लिए सेवा प्रदान करेंगे.
भारतीय बैंक कर्मचारियों के लिए बुरी खबर
बताते चलें कि नरेंद्र मोदी सरकार अब विदेशी बैंकों को बढ़ावा देने की नीति पर काम कर रही है. रोज रोज बैंक कर्मचारियों की बढ़ती मांगों को देखकर सरकार चाहती है कि पूरे देश में विदेशी बैंकों की शाखाएं खोल दी जाए ताकी जब भारत के बैंक के कर्मचारी चाहे जितनी मर्जी हड़ताल करें, भारत सरकार पर उसका कोई असर नहीं पड़ने वाला है.