AAJ News India – Hindi News, Latest News in Hindi, Breaking News, हिन्दी समाचार

इस पार्टी के सबसे दिग्गज नेता ने चलवाये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर जूते, देखें वीडियो


हम आपको बता दें कि बिहार राज्य में नीतीश कुमार की सरकार के मंत्री अब्दुल जलील मस्तान के एक वीडियो पर काफी विवाद हो रहा है.

इस वीडियो में मंत्री के ललकारने पर कुछ लोग पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर को जूतों से मार रहे हैं. ये बात मार्च, 2017 की है.

उस वक्त बिहार की राजनीति के जाने माने पलटू राजनेता नीतीश कुमार राजद और कांग्रेस के साथ महागठबंधन बना कर सरकार चला रहे थें. उस वक्त नीतीश कुमार की सरकार में अब्दुल जलील मस्तान उनकी कैबिनेट के सदस्य हुआ करते थें.

1. क्या दिख रहा है वीडियो में

वायरल वीडियो में कांग्रेस के विधायक एवं राज्य सरकार में तत्कालीन मंत्री अब्दुल जलील मस्तान बिहार के पूर्णिया में आयोजित एक सार्वजनिक समारोह में उपस्थित थें.

कार्यक्रम नोटबंदी से संबंधित था. यहां पर मंत्री महोदय ने अपने भाषण के क्रम में कहा कि देश का प्रधानमंत्री डकैत है, नक्सली है.

वहां उमड़ी भीड़ से उत्साहित होकर विधायक ने आह्वान किया कि नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर जूते मारकर अपना विरोध प्रकट करें.

2. मोदी के मुंह पर मारे जूते

इसके बाद वहां मौजूद भीड़ में से कुछ युवा निकल कर आते हैं और नरेंद्र मोदी के मुंह पर जूते मारने शुरु कर देते हैं. जब तक युवाओं द्वारा मोदी को जूते से पीटा जाता रहा तब तक भीड़ नरेंद्र मोदी चोर है के नारे लगाती रही.

उस दौर में नीतीश कुमार की विरोधी और अब समर्थक रही भाजपा ने इसे नीतीश कुमार की शह पर करवाया हुआ कार्यक्रम बताया और बिहार विधानसभा में जम कर हंगामा मचाया.

3. मोदी को जूते मरवाने के बाद भी नहीं भरा मन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को जूते से मरवाने के बावजूद भी मंत्री का मन नहीं भरा तो उन्होंने मोदी को नक्सली तक करार दे दिया. मस्तान ने कह दिया कि मोदी पीएम नहीं बल्कि नक्सलाइट हैं और उग्रवादी है. मोदी डकैत है. वह तरह तरह से लोगों को सता कर राजनीति करता है.

4. बिहार विधानसभा में हुआ हंगामा

जैसे हीं मंत्री मस्तान का यह वीडियो वायरल हुआ, भाजपा ने अपने तेवर कड़े कर लिए. बिहार विधानसभा में उस समय की विपक्षी भाजपा ने जम कर हंगामा किया और सदन में सीएम नीतीश से जवाब मांगा. भाजपा ने सदन में मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर खूब हो हल्ला किया.

निष्कर्ष:

पीएम को जूते मारना नैतिक रुप से सही नहीं है लेकिन पीएम को भी अपने व्यक्तव्यों और कारनामों पर ध्यान देना चाहिए कि जिस पद पर वह बैठे हैं, उसकी गरिमा का ख्याल रखा जाना चाहिए.

देखिये वीडियो:-