नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में रेल दुर्घटना में कोई कमी नहीं आ रही है. कई बड़े रेल हादसे पिछले कुछ महीनों के दौरान हो चुके हैं. आज रात तकरीबन 1:45 बजे एक मालगाड़ी की टक्कर कालिंदी एक्सप्रेस से हो गयी. मालगाड़ी का इंजन और दो डब्बे पटरी से उतर गये जबकि कालिंदी एक्सप्रेस का इंजन और एक कोच पटरी से उतर गया. अच्छी बात ये है कि इस हादसे में कोई घायल नहीं हुआ. लेकिन इस हादसे के कारण कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं. कई ट्रेनें कैंसिल हो गयी हैं तो कई ट्रेनों का रूट बदल दिया गया है. दिल्ली से कानपुर होकर बिहार जाने वाला अप और डाउन रूट दोनों बंद है. हादसे की वजह सिग्नल जंप बताई जा रही है.
इससे पहले पिछले दिसंबर में उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में रूरा स्टेशन के निकट सियालदेह से अजमेर जा रही अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस (12987) ट्रेन के 15 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसमें 52 लोग ज़ख्मी हो गए हैं. उससे पहले 20 नवंबर की रात को लगभग 3:00 बजे इसी जिले के पुखरायां में भी मध्य प्रदेश के इंदौर से बिहार की राजधानी पटना जा रही इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन (19321) के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे, और 150 से ज़्यादा लोग मौत के मुंह में समा गए थे. इस हादसे में 200 से ज़्यादा लोग ज़ख्मी भी हुए थे.
गौरतलब है कि ये रूट बेहद व्यस्त माना जाता है. इसके अलावा टुंडला एक जंक्शन भी है जहां दिल्ली रूट के अलावा आगरा होते हुए राजस्थान से आने वाली गाडि़यां भी गुजरती हैं. इसकी वजह से ट्रेनों के आवागमन पर बुरा असर पड़ा है.