हम आपको बता दें कि जब से इस देश की सत्ता की कमान बीजेपी के हाथ में आई है तब से ही लोकतंत्र के दो स्तंभों पर दो हमला हो चुका है, एक न्यायपालिका और दूसरा मीडिया।
आज दोनों की ही निष्पक्षता पर उंगली उठाई जा रही है क्योंकि मोदी सरकार के राज में मीडिया पैसों की लालच में बिक चुका है और न्यायपालिका मोदी सरकार के हाथों की कठपुतली बन चुकी है।
सीएम कमलनाथ ने दलाल मीडिया पर कसी कमान
मध्य प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में दलाली करने वाले मीडिया पर एक बड़ा फैसला लिया है। हाल ही में खबर सामने आई है कि सरकार ने मध्य प्रदेश में अब मीडिया की कमाई बंद कर दी है।
मध्यप्रदेश में मीडिया को नहीं मिलेगा विज्ञापन
इस मामले में भोपाल के जाने-माने पत्रकार राजेंद्र चतुर्वेदी ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है कि कमलनाथ सरकार ने मध्य प्रदेश में मीडिया को विज्ञापन ना देने का फैसला लिया है।
बीजेपी के हाथ की कठपुतली बना है मीडिया
इस पोस्ट में पत्रकार राजेंद्र चतुर्वेदी ने लिखा है कि मैं पिछले 13 साल से भोपाल में ही रहा हूं और मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के बाद मैंने कभी यह महसूस नहीं किया कि मीडिया ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की भूमिका सही तरह से निभाई है। मुझे नहीं लगता कि मुख्यमंत्री कमलनाथ का यह फैसला गलत है।
शिवराज सरकार ने किए हैं बड़े घोटाले
पत्रकार राजेंद्र चतृर्वेदी ने लिखा है कि अगर मध्यप्रदेश में मीडिया ने अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाई होती तो आज राज्य में इतने स्तर पर घोटाले न हुए होते। आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में विपक्षी दल बीजेपी सीएम कमलनाथ के हर फैसले पर उनको घेरने में लगा है। लेकिन सीएम कमलनाथ अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं।