आपको यह जानकर बहुत ज्यादा हैरानी होगी कि पश्चिम बंगाल के उत्तर दीजापुर के इस्लामपुर को रातों रात सरकारी कागजों में इश्वरपुर बनाना विश्व हिन्दू परिषद और आरएसएस को महंगा साबित हुआ है। आपको बता दें कि ममता सरकार ने VHP के स्कूल का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया।
जानकारी के अनुसार, रात में सोने के बाद जब लोग सुबह उठे तो देखा कि आरएसएस और वीएचपी के स्कूल दफ्तरों और गाड़ियों पर इस्लामपुर की जगह इश्वरपुर लिखा हुआ था। इसके अलावा आरएसएस द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों सरस्वती शिशु मंदिर और सरस्वती विद्या मंदिर के बोर्डों पर भी इस्लामपुर की जगह ईश्वरपुर लिखा मिला।
इतना ही नहीं स्कूल में बच्चों को लाने ले जाने वाली कैब पर भी नाम बदलकर ईश्वरपुर लिख दिया गया है. वहीं स्कूल के सरकारी दस्तावेजों में नाम अभी भी इस्लामपुर ही है। इसके साथ ही वीएचपी दफ्तर के बोर्ड पर भी इस्लामपुर की जगह ईश्वरपुर लिख दिया गया।
जगह का नाम बदले जाने पर राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि, कोई इस तरह से नाम नहीं बदल सकता। हालांकि उन्होंने कहा अभी मामला उनके सज्ञान में नहीं आया है। उन्होंने जांच करने का निर्देश दे दिए हैं।
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया। फैजाबाद और इलाहाबाद का नाम बदलने के साथ ही अब यूपी सहित देश के कई इस्लामिक रियासतों से जुड़े स्थलों के नाम बदलने की साजिश हो रही है।
जिनमे गुजरात का अहमदाबाद, महाराष्ट्र का औरंगाबाद और उस्मानाबाद, तेलंगाना का हैदराबाद और यूपी के ही आजमगढ़, संभल, मुजफ्फरनगर आदि।