नरेंद्र मोदी जब 2014 लोकसभा चुनावों में जब प्रचार करते थे तो वह लोगों को यह बात बताना नहीं भूलते थे कि उन्होंने गुजरात के वडनगर स्टेशन पर चाय बेची है। वह यह भी बताते थे कि उन्होंने बहुत संघर्ष किया है। इसी बात को अहम मुद्दा बना कर पूरी बीजेपी ने चुनाव में प्रचार किया था।
आपको बता दें कि इसी बात को लेकर कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर ने एक ऐसा बयान दिया है जो मोदी के चाय बेचने वाली बात चुनौती देती है. बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कसौली में आयोजित खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के दूसरे दिन(7 अक्टूबर) को मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी के चाय बेचने वाले को दावे को झूठा बताया।
उन्होंने कहा कि ‘पीएम मोदी ने बचपन में कभी भी चाय नही बेचीं बल्कि वो अपने पिता की कैंटीन पर कभी-कभार चले जाते थे.’ बता दें कि जिस स्टेशन पर मोदी के पिता की कैंटीन थी या पीएम मोदी खुद दावा करते हैं कि उन्होंने चाय बेचीं है, उस जगह को पर्यटक स्थल बनाने की सोच रही है सरकार. चाय बेचने की बात बताकर लोगों से सहानुभुति लेने वाली बीजेपी के दावों पर मणिशंकर अय्यर ने गहरा अघात किया है. ऐसे में मणिशंकर अय्यर द्वारा कही गयी बात से पता चलता है कि वो स्टेशन चाय बेचने नही बल्कि कभी कभार घुमने के लिए वडनगर स्टेशन जाते थे।
मणिशंकर अय्यर ने इस दौरान GST पर भी अपनी राय रखी, उन्होंने कहा कि ‘जीएसटी को तब स्वीकार किया होता जब प्रणब मुखर्जी वित्त मंत्री थे तो आज परिस्थतियां कुछ और होतीं. मोदी सरकार को शराब व सिगरेट पर 40 फीसद जीएसटी लगाना चाहिए था जिससे देश में नशा करना महंगा होता और देश की भलाई होती।