जैसा कि आप सब जानते हैं कि आज के दिन यानी कि 8 नवंबर को ठीक दो साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक हजार और 500 के नोट बंद करने का ऐलान किया था और पुराने नोटों को बैंक से बदलने का आदेश जारी किया गया था। हम आपको बता दें कि इसके बाद लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।
मोदी सरकार नोटबंदी को बड़ी उपलब्धि बताती रही है, तो कांग्रेस ने इसे आर्थिक आपदा बताते हुए आज देशभर में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
नोटबंदी के दो साल, कांग्रेस का सरकार पर हमला
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा प्रहार करते हुए इसे ‘बीमार सोच’ और ‘मनहूस’ कदम करार दिया। मनमोहन सिंह ने नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि आज के दिन 2016 में नरेंद्र मोदी ने एक दुर्भाग्यपूर्ण फैसला लिया था। इसका भारतीय अर्थव्यवस्था और समाज पर जो प्रभाव पड़ा, अब सभी के सामने आ चुका है।
Notebandi impacted every single person,regardless of age,gender,religion,occupation or creed. It’s often said that time is a great healer. But unfortunately,in case of demonetisation, the scars&wounds of demonetisation are only getting more visible with time: Former PM (File pic) pic.twitter.com/QXrVkNSO3e
— ANI (@ANI) November 8, 2018
पूर्व प्रधानमंत्री ने बताया मनहूस कदम
उन्होंने कहा कि नोटबंदी ने हर उम्र, लिंग, धर्म और व्यवसाय को प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि अक्सर बोला जाता है कि वक्त सभी जख्मों को भर देता है लेकिन, नोटबंदी के घाव समय के साथ और गहराते जा रहे हैं और इसके दुष्परिणाम सामने आते जा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि नोटबंदी से जीडीपी में गिरावट तो दर्ज हुई ही, उसके और भी असर देखे जा रहे हैं। छोटे और मंझोले धंधे को नोटबंदी ने पूरी तरह से बर्बाद कर दिया।
कांग्रेस का देश भर में विरोध प्रदर्शन
नोटबंदी के दो साल पूरे होने पर कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल मोदी सरकार पर चौतरफा हमले कर रहे हैं तो वहीं, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस फैसले को सही बताया है। अरुण जेटली ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि नोटबंदी को सरकार का अहम फैसला था। उन्होंने कहा है कि इस कारण देश में टैक्स देने की संख्या बढ़ी है।