कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के मध्य प्रदेश प्रभारी मोहन प्रकाश ने पीएम मोदी के इस दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि नए नोट छापने की प्रक्रिया छह महीने पहले ही शुरू कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि यदि ये सही है तो नए नोट पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर के तौर पर उर्जित पटेल के दस्तखत कैसे हैं, जबकि उन्होंने तो यह जिम्मेदारी इसी साल सितंबर में संभाली है।
मध्य प्रदेश के नेपानगर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करने से पहले इंदौर पहुंचे मोहन प्रकाश ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, देश को संकट में डालकर प्रधानमंत्री आनंदित महसूस कर रहे हैं। फैसले के बाद वे जापान चले गए। सरकार गरीब को चोर साबित करने पर तुली है। हम अपना ही पैसा बैंक से नहीं निकाल सकते हैं। जो महिलाएं बचत कर घर में राशि रखती हैं वो कैसे काला धन हो गया। उन्होंने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री का 12 लाख का कोट क्या सफेद पैसे का था जो बाद में वह चार करोड़ रुपए में बिका था।
एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए 99 फीसदी जनता को कष्ट देने का काम कर रही है। कांग्रेस उन लोगों की मदद कर रही है जो कतार में परेशान हो रहे हैं। संसद में कांग्रेस इस मुद्दे पर जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाएंगी।