प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जम्मू के बाहरी इलाके में 28 मार्च को प्रस्तावित एक विशाल रैली को जगह देने के लिए कुछ किसानों ने अपनी फसल पकने से पहले ही काट ली है। जम्मू जिले के मालपुर गांव की कई हेक्टेयर जमीन पर कुछ किसानों ने बीते दो दिनों में अपनी फसल काट कर कम पड़ रही जगह को पूरा करने का प्रयास किया है।
किसान कालू राम ने बताया, ‘‘हमें बहुत खुशी है कि मोदी जी हमारे गांव में आ रहे हैं। उनके दौरे के बाद गांव का नाम मशहूर हो जायेगा। हम इस मौके को गंवाना नहीं चाहते और हमने उनकी रैली के लिए अपने खेत दे दिये हैं। रैली के लिए जगह पर्याप्त नहीं थी।’’
उन्होंने कहा कि वैसे यह फसल अप्रैल के आखिर में पकती, पर हमने इस अधपकी फसल को काट लिया ताकि रैली के लिए जगह मुहैया हो सके। एक अन्य किसान दिलीप कुमार ने कहा, ‘‘मोदी जी भविष्य में इस गांव में दोबारा शायद नहीं आयें। हम यह अवसर खोना नहीं चाहते।’’
भाजपा के उपाध्यक्ष और पार्टी मामलों के प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने संवाददाताओं से कहा कि इस गांव में 28 मार्च को होने वाली विशाल रैली को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे।
सांसद द्वय जुगल किशोर शर्मा और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह क्रमश: जम्मू और उधमपुर से लोकसभा के भाजपा के फिर उम्मीदवार हैं। जम्मू में 11 और उधमपुर में 18 अप्रैल को मतदान होगा।
वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों के सामने प्रमुख कार्य राज्य के विशेष दर्जे को बचाए रखना है।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने घाटी में लोकसभा की सभी सीटों पर उचित उम्मीदवार उतारे हैं जो संसद में लोगों की आवाज सुनी जाए, यह सुनिश्चित करेंगे।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘राज्य के विशेष संवैधानिक दर्जे को संरक्षित रखने के लिए मजबूत मोर्चे को सामने रखने के अत्यंत विशाल कार्य के मद्देनजर पार्टी ने कश्मीर की तीन संसदीय सीटों से सबसे योग्य उम्मीदवार उतारे हैं।’’ वह राज्य के बडगाम एवं बारामूला जिलों के बीरवाह एवं कुंजार इलाकों में रैलियों को संबोधित कर रहे थे।