जैसा कि आप सब जानते हैं कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने यूपीए कार्यकाल के दौरान हुई छोटी-मोटी गलतियों को बड़े-बड़े घोटालों का नाम देकर कांग्रेस के खिलाफ खूब दुष्प्रचार किया था। हम आपको बता दें कि हाल ही में बीजेपी ने यूपीए कार्यकाल के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह पर बनाई गई फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर के प्रोपेगेंडा को खूब भुनाया है।
मोदी सरकार ने दिया इस बड़े घोटाले को अंजाम
इस बीच यह खबर सामने आई है कि कांग्रेस ने मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में 70 हजार करोड़ रुपए की चपत लगाने का आरोप लगाया है। हाल ही में सामने आई कैग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस ने यह आरोप लगाया है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में माइक्रोवेव स्पेक्ट्रम के आवंटन में बहुत बड़े स्तर पर घोटाले को अंजाम दिया गया है।
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर लगाए ये बड़े आरोप
आपको बता दें कि कैग ने यह रिपोर्ट 8 जनवरी को संसद में पेश की थी। कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के स्पेक्ट्रम आवंटन नीलामी से करने के आदेश को नहीं माना और पहले आओ और पहले पाओ की नीति अपनाते हुए अपने कुछ चुनिंदा साथियों को ही स्पेक्ट्रम का आवंटन कर डाला।
कैग की रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
कैग की रिपोर्ट में स्पेक्ट्रम पाने वाले किसी भी कंपनी के नाम का खुलासा नहीं किया गया है और ना ही घोटाले से सरकारी खजाने को हुए नुकसान के कोई आंकड़े पेश किए गए हैं।
70 हजार करोड़ रूपये का हुआ नुक्सान
आपको बता दें कि इस मामले में कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यह दावा किया है कि इस घोटाले से सरकारी खजाने को करीब 70 हजार करोड रुपए का नुकसान हुआ है।