जैसा कि आप सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा है. हम आपको बता दें कि विपक्ष के बाद उनके सहयोगी दलों और अब बीजेपी के सांसद भी मोदी के काम करने के तौर तरीकों को सवाल उठा रहे हैं और पार्टी को अलविदा कहने पर मजबूर हो रहे हैं.
ऐसा ही आरोप लगाते हुए महाराष्ट्र की भंडारा गोंदिया सीट से बीजेपी सांसद नाना भाई पटोले ने इस्तीफा दे दिया है और राहुल गांधी के नेतृत्व में काम करने की इच्छा व्यक्त की है.
किसानों के लिए काम करते हैं पटोले
महाराष्ट्र में किसानों के हक के लिए काम करने वाले पटोले कोई राजनैतिक व्यक्ति नहीं है. नरेंद्र मोदी दावा करते थें कि वो अपने शासन में किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, इसके बाद नाना भाई पटोले उनसे प्रभावित हुए और बीजेपी में शामिल हुए. भंडारा गोंदिया सीट से उन्हें टिकट मिला और एनसीपी के कद्दावर नेता प्रफुल्ल पटेल को हरा कर लोकसभा पहुंचे.
सरकार से नाखुश होकर कांग्रेस में शामिल
पटोले ने कहा कि चार साल में भी मोदी सरकार ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया, उल्टे किसानों की दुर्दशा बढ़ती जा रही थी. किसान लगातार आत्महत्या कर रहे थें. ऐसे में एक ही नेता हैं राहुल गांधी जो लगातार किसानों के सवालों से संसद में सरकार को घेरते हैं.
अपनी सभाओं में किसानों से जुड़ा मुद्दा उठाते है. यही वजह है कि मैं राहुल गांधी को अगला प्रधानमंत्री बताते हुए कांग्रेस में शामिल हो रहा हूं.
कांग्रेस ने भी नाना भाई का बहुत ही आदर के साथ पार्टी में स्वागत किया था. खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नाना भाई को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई.
बीजेपी को लगा करारा झटका
नाना भाई पटोले के इस्तीफे के बाद भंडारा गोंदिया लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए. यहां से कांग्रेस एनसीपी गठबंधन के उम्मीदवार के आगे भारतीय जनता पार्टी की शर्मनाक पराजय हुई.
यहां से बीजेपी ने हेमंत राव पटोले को अपना उम्मीदवार बनाया था जबकि कांग्रेस एनसीपी की ओर से मधुकर राव कुकड़े मैदान में थें.
महाराष्ट्र की भाजपा सरकार ने भी उपचुनाव जीतने के लिए पूरा जोर लगाया और हर प्रकार की अनैतिक गतिविधियों का सहारा लिया, बावजूद इसके बीजेपी की 45 हजार से भी ज्यादा वोटों से हार हो गई.