आज के दिन अलीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित किया है। उत्तर प्रदेश में यह उनकी दूसरी चुनावी रैली थी। इससे पहले उन्होंने कल मेरठ में चुनावी रैली की थी। विरोधि पार्टियों पर जमकर हमला करते हुए उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश की जनता परिवर्तन चाहती है, जनता न्याय चाहती है, मेरी लड़ाई यहाँ की जनता को न्याय दिलाने के लिए है।
मोदी ने कहा कि दिल्ली में मेरी सरकार बनी तो मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बहुत बड़ी लड़ाई छेड़ दी, किसी को भी गलत इरादे से और किसी प्रकार परेशानी किये बिना भ्रष्टाचार के खिलाफ लगाम लगाकर दिखाया, हमने सरकार बनाने के बाद एक के बाद एक कदम उठाये हैं।लेकिन राजनीतिक दलों का गुस्सा अभी जितना नजर आता है। यह मिल जुलकर रोज मेरे खिलाफ कोई ना कोई फतवा निकालते हैं इसका कारण क्या है, क्या आपको मालूम है।
मोदी ने कहा कि मैंने दिल्ली में बैठकर इस प्रकार से स्क्रू टाइट कर दिया है कि बेईमानों के प्रति सहानुभूति रखने वाले, बेईमानों को सहारा देने वाले, बेईमानों को बढ़ावा देने वाले या तो आँख मूंदने वाले, उन सब को लग रहा है कि उन्हें 70 साल के पास का हिसाब देना पड़ेगा, अब कोई ऐसा आदमी आया है तो पापियों का हिसाब मांग रहा है।
मोदी ने कहा कि आपको हैरानी होगी, कई राज्यों में ऐसे ऐसे कारनामे देखने को मिले जहाँ पर बेटियां बिदा भी नहीं हुई थीं लेकिन उन्हें विधवा पेंशन दी जाती थी। ये चोरी है ना नहीं है, ये गरीब का पैसा लूटने की कोशिश है ना नहीं है, हमें आधार और बैंक खातों को जोड़कर पैसा देना शुरू किया, अभी तो सिर्फ शुरुआत है लेकिन 40 हजार करोड़ रुपये जो चूहे आकर खा जाते थे, हमने आकर बचा लिया, ये 40 हजार करोड़ रूपया बचेगा तो इससे गरीबों का भला होगा या नहीं होगा।
मोदी ने कहा कि ये सिर्फ चुनाव जीतने के लिए इकठ्ठे नहीं आए हैं, ये इसलिए इकठ्ठे आये हैं कि अगर अलग अलग रहे और मोदी का राज्य सभा में भी बहुमत हो गया तो मोदी ऐसे ऐसे कानून बनाएगा कि चोर लुटेरों के लिए कोई जगह नहीं बचेगी, इन लोगों को इस बात का डर है।
मोदी ने कहा कि मैंने 8 नवम्बर को रात 8 बजे टीवी पर आकर कहा, 1000 और 500 की नोटें बंद, इन्होने तूफ़ान मचा दिया, जिन्होंने नोटों के थप्पे के थप्पे रखे थे अब उनके लिए मजबूरी आ गयी कि बैंक में जमा करना ही पड़ेगा, कुछ लोगों ने गंगा में बहा दिया, कुछ लोगों ने जला दिया, 70 साल तक जिस प्रकार से देश को लूटा गया और 1000, 1000 के नोटों की थप्पियाँ लगा दी थीं, उन्हें सरकार की शरण में आना पड़ा और अपने नोट बैंक में जमा करने पड़े।
आगे पीएम मोदी ने कहा कि ये पैसे नौजवानों और गरीबों की भलाई के काम आएँगे लेकिन मै सवा सौ करोड़ देशवासियों को इस बात की बधाई देता हूँ कि आपने मेरा इस काम में मेरा खुलकर समर्थन किया।