हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ दिन पहले चेन्नई के दौरे पर गए थे. लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि वह अपने स्थल पर सड़क के रास्ते से जाने के बजाय हेलिकॉप्टर से अपने स्थल पर पहुंचे थे.
हेलिकॉप्टर से जाने की सबसे बड़ी वजह तो यह थी कि वहां के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी नाराज थे और उन लोगों ने काला झंडा दिखाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करने की भी योजना भी बनाई थी.
हम आपको बता दें कि तमिलनाडु के लोगों की नाराजगी जायज़ भी है क्योंकि कावेरी जल विवाद में मोदी सरकार ने कावेरी प्रबंधन बोर्ड का गठन नहीं किया था. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस यात्रा के दौरान भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर का उपयोग किया था और चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचे थे.
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि प्रधानमंत्री का अभियान केवल परिसर के अंदर ही किया गया था ताकि प्रधानमंत्री की वहां के लोगों से सुरक्षा हो सके. यही नहीं बल्कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान कड़े सुरक्षा के इन्तेजाम किए गए थे और पूर्व तट सड़क एक घंटे पहले ही पूरी तरह से बंद कर दी गई थी.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री को कोई नुक्सान न पहुंचे इसके लिए आईआईटी मद्रास में जाने के लिए अलग से दीवार भी बनाई गई थी. आईआईटी मद्रास से वापस चेन्नई एयरपोर्ट पर जाने के लिए प्रधानमंत्री ने दोबारा हेलीकॉप्टर का उपयोग किया. यह एयरपोर्ट वहां से 10 किलोमीटर की दूरी पर है.