आपको यह जानकर काफी हैरानी होगी कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सनसनीखेज खुलासा कर दिया है.
दिग्विजय सिंह की छवि कड़वा किन्तु सच बोलने वाले नेता की है. दिग्गी राजा के बयानों की आलोचना तो खूब होती है लेकिन संघ या भाजपा के किसी नेता, प्रवक्ता की हैसियत नहीं कि वो उनके बयानों को झूठा ठहरा सके.
समर्थक भी मानते हैं झूठे हैं मोदी
नरेंद्र मोदी तो पैदायशी झूठे हैं. उनके समर्थक भी मानते हैं कि मोदी सच कम झूठ ज्यादा बोलते हैं. कभी कभी तो लगता है कि मोदी चरस या गांजे का सेवन करते हैं क्योंकि वो कब क्या बोलेंगें, कोई नहीं जानता. इतना ही नहीं मोदी भाषण देते देते बौखला भी जाते हैं. अनाप शनाप बकवास करने लगते हैं.
कोई है जिसने मोदी के हाथों की चाय पी हो
नरेद्र मोदी की इसी झूठ की कड़ी में उनकी चाय दुकान भी शामिल है. मोदी अपने भाषणों में दावा करते हैं कि वो बचपन में रेलवे स्टेशन पर चाय बेचा करते थें.
इसी दावे को फर्जी करार देते हुए दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि है कोई माई का लाल जो आकर बता दें कि उसने मोदी की दुकान से चाय पी हो.
दिग्गी ने यह भी कहा कि कोई आकर कह दे कि उसने नरेंद्र मोदी की दुकान से नरेंद्र मोदी के हाथ की चाय पी हो तो उसे वो 02 लाख रुपये का नकद पुरस्कार देंगें.
जसेदाबेन की सच्चाई
जब मोदी गुजरात के सीएम थें, तब वो खुद को संन्यासी, ब्रह्मचारी और कुंवारा, न जाने क्या क्या बताया करते थें. दिग्विजय सिंह ही वो शख्स थें जिन्होंने मोदी के इस झूठ पर से पर्दा उठाया कि मोदी कुंवारे नहीं बल्कि शादीशुदा हैं.
जसोदाबेन से शादी का खुलासा दिग्विजय सिंह ने ही किया था. अगर दिग्विजय सिंह ने इस रहस्य से पर्दा नहीं उठाया होता तो पूरा देश मोदी को आज भी संन्यासी ही समझ रहा होता.
निष्कर्ष:
अकेले नरेंद्र मोदी ही नहीं बल्कि पूरी भाजपा आरएसएस झूठ की फैक्ट्री है, इसलिए दिग्विजय सिंह जैसे नेता की देश को सख्त जरुरत है जो इनके असत्य को समय समय पर उजागर करता रहे .