हम आपको बता दें कि जितना हम सोचते हैं उससे कई गुना ज्यादा रहस्यमयी है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जिंदगी| यह बात हम नहीं बल्कि सोशल मीडिया कह रहा है|
नरेंद्र मोदी की जीवनी के बारे में सब जानते है की वो एक गरीब परिवार से थे, रेलवे स्टेशन में चाय बेचा करते थे, और आरएसएस के सदस्य थे| उनके बारे में ये भी कहा जाता है की वो घर से निकल गये थे और कुछ दिन सन्यासी बन कर रहे | लेकिन सोशल मीडिया एक बात घने तरीके से वायरल हुई| जिसमे मोदी को चोर बताया गया | नीचे दी हुई तस्वीर को पढ़े |
फेसबुक से लेकर ट्विटर तक ये फोटो शेयर की गयी जिसमे लिखा है नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी ये दावा कर रहे है की प्रधानमंत्री मोदी ने कोई सन्यास नही लिया था बल्कि उन्हें गहनों की चोरी करने पर घर से निकाला गया था । खबर में लिखा गया है की नरेंद्र मोदी की संन्यास लेने वाली खबर झूटी है बल्कि बचपन में उन्हें गहनों की चोरी करते हुए पकड़ लिया गया था, जिस वजह से उन्हें घर से निकाल दिया गया था|
खबर अमर उजाला की और से बताई गयी मगर जब अमर उजाला ने फोटो देखी तो उसके संपादक ने इसे निंदनीय बताया | और इतना ही नहीं मोदी जी के भाई से भी इस बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने भी कह दिया की इसमें कोई सच्चाई नहीं है |
सोशल मीडिया में नरेन्द्र मोदी के पिता की चोरी करने की बात
भी फैलाई गयी थी
ऐसा कई मौको पर देखा गया है की मोदी हमेशा अपनी माता का नाम ही लेते दिखे ज्सिपर एक कहानी और फैलाई गयी की मोदी को उनके पिता की मौत का ज़िम्मेदार माना जाता है | सोशल मीडिया में फैलाई झूठी खबरों के मुताबिक मोदी के पिता ने रेलवे स्टेशन में चाय बेचने के दौरान किसी का पर्स उठा लिया था|
नरेन्द्र मोदी के पिता का नाम था दामोदरदास मूलचंद मोदी जो अपना घर पालने के लिए रेलवे स्टेशन में चाय बेचा करते थे |
उन दिनों जब दामोदर चाय बेचा करते थे रेलवे स्टेशन पर तब उन्हें किसी का बटुआ मिला जिसमे 300 रूपए थे | दामोदर जी ने वो बटुआ लौटाने के बजाये रख लिया | मगर ये चोरी ज्यादा दिन छुप्नी नहीं थी और पुलिस ने उन्हें चोरी के इलज़ाम में गिरफ्तार कर लिया | पुलिस ने तलाशी कर दामोदर जी को पकड़ा और 6 महीने के लिए जेल में डाल दिया |
अफवाहों के मुताबिक नरेन्द्र मोदी बने थे अपने पिता की मौत की
वजह
अब आते उनके पिता की मृत्यु पर, अफवाहे कहती है मोदी जी घर से चले गये थे और ऐसा कहा जाता है की वो कुछ पैसे लेकर गये थे | जब पिता दामोदर को ये बात पता चली तो उन्हें पहला हार्ट अटैक हुआ | उन्हें काफी ज्यादा सदमा पंहुचा | घरवालो को मोदी के खिलाफ ऍफ़आईआर दर्ज करनी पड़ी | जैसा की हमने आपको शुरुवात में बताया की किस तरह से झूठ फैलाया गया था मोदी के घर से पैसे लेकर भागे जाने की |
दामोदर जी पैसो की कमी के चलते अपना इलाज ठीक से नहीं करवा पाए और 8 महीने बाद उनका निधन हो गया| आज भी नरेन्द्र मोदी का परिवार, उनके भाई बहन उन्हें अपने पिता के मौत का ज़िम्मेदार मानते है|
वडनगर पुलिस स्टेशन से 1996 को मोदी के FIR की फाईल को अटल जी ने बंद करवा दिया था | सोशल मीडिया में किसी भी खबर पर यकीन करने से पहले उन्हें जांच परख जरुर ले|