जैसा कि आप सब जानते हैं कि देश के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ऐसे जुमलेबाज के तौर पर चर्चित हो गए हैं जिनकी बातों में यथार्थ कम बकवास ज़्यादा होता है। हम आपको बता दें कि नरेंद्र मोदी के चर्चित बकवासों में से एक है, मैं तो फकीर आदमी हूं, मेरा क्या है, कुछ भी होगा, झोला उठाऊंगा और चल दूंगा।
सवाल नरेंद्र मोदी का नहीं है, सवाल देश के प्रधानमंत्री पद की गरिमा का है। नरेंद्र मोदी ने अपने बकवासों से प्रधानमंत्री पद की गरिमा और प्रतिष्ठा दोनों को मिट्टी में मिला कर रख दिया है। मोदी के एक और झूठ का खुलासा हम आज करने जा रहे हैं।
मोदी की सम्पत्ति का सच
नरेंद्र मोदी खुद को भले ही देश का सबसे बड़ा फकीर घोषित करते हो लेकिन इनकी सच्चाई उस घोषणा से बिल्कुल अलग है।
नरेंद्र मोदी के बैंक एकाउंट का सच कुछ और ही है। अगर उनके पास पैसा नहीं होता तो इतनी ऐय्याशी वो करते कहां से हैं।
पैसा उनके खाते में नहीं हो तो ज़रूर ये ऐय्याशी वो सरकारी खजाने से करते होंगे। मोदी की लफ्फाजी तो यहीं से उजागर हो जाती है।
मोदी अपने हलफनामे में यह स्वीकार करते हैं कि उनके पास पैसा तो है लेकिन दूसरे नेताओं से कम है, जबकी ये हकीकत के ठीक उलट है।
आंकड़ों में मोदी का खज़ाना
नरेंद्र मोदी की सम्पत्ति को जब आप आंकड़ों के नज़रिए से देखेंगे तो चौंके बिना नहीं रह पाएंगे।
अगर आपको लगता होगा कि फकीर मोदी के पास एक या दो बैंक खाते होंगे लेकिन यह सच नहीं है। नरेंद्र मोदी के पास एक या दो नहीं बल्कि 10 बैंक खाते हैं।
my neta के आंकड़ों के अनुसार नरेंद्र मोदी के पास करोड़ों की सम्पत्ति है।
मोदी के पास 1 करोड़, 52 लाख 57 हज़ार, 582 रुपये की सम्पत्ति है। इसमें से 52 लाख 57 हज़ार, 582 रुपये की चल जबकि बाकी के 01 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति मोदी के नाम है।
चार्टड प्लेन से चलता है मोदी का भाई
नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के अंधभक्तों ने तो एक समय यह अफवाह तक उड़ा रखा था कि मोदी का परिवार बेहद गरीबी और तंगहाली में ज़िन्दगी व्यतीत कर रहा है।
मोदी का एक भाई परचून की दुकान चलाता है तो भतीजा ऑटो चलाता है।
हद तो तब हो गई जब भक्तों ने सोशल मीडिया पर यह चलाना शुरू कर दिया कि मोदी की एक भतीजी भिक्षा मांग कर जीवन यापन करती है।
इसके बाद एक तस्वीर वायरल हो गई नरेंद्र मोदी के भाई प्रह्लाद मोदी की जिसमें वो चार्टड विमान से सफर करते हुए नज़र आ रहे थें।
इसके बाद से भक्तों के मोदी के गरीब परिवार वाले अफवाह पर ब्रेक लग गया।