जैसा कि आप सब जानते हैं कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अपने भाषणों में ऐसी बातें बोल देते हैं जो कि आम इंसान के लिए हजम करना बेहद मुश्किल हो जाता है। हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अपने ऊट पटांग बयानों को लेकर काफी चर्चा में रहते हैं।
1. ईवीएम को लेकर फिर गरमाई राजनीति
गौरतलब है कि साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा गरमा गया है। दरअसल बीते सालों में जितने भी चुनाव हुए हैं। बीजेपी ने उस में जीत हासिल की है लेकिन इसके पीछे का राज ईवीएम है।
2. कांग्रेस कई बार उठा चुकी है ईवीएम मुद्दे पर सवाल
कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल बीजेपी और चुनाव आयोग द्वारा चुनावों के दौरान ईवीएम के इस्तेमाल कोलेकर अपना विरोध जताते रहे हैं। लेकिन अब तक इस मामले में चुनाव आयोग द्वारा कोई सख्त कदम नहीं उठाए गए हैं।
3. चुनाव आयोग भी बीजेपी की हाथ की कठपुतली
भारत का चुनाव आयोग भी इस वक्त मोदी सरकार के हाथ की कठपुतली बना हुआ है। चुनाव आयोग में भी बीजेपी ने अपने ही करीबी लोग उच्च पद पर बिठा रखे हैं जो कि मोदी सरकार की ही जी हुजूरी करते हैं।
4. पीएम मोदी ने कहा- 1984 में यूज हुआ था ईवीएम
आपको बता दें कि देश के प्रधानमंत्री मोदी ने ईवीएम को लेकर एक अजीबोगरीब सा बयान दिया है उन्होंने कहा है कि साल 1984 में भी बीजेपी हारी थी उस दौरान पार्टी ने ईवीएम को दोष नहीं दिया था। इस बयान को लेकर मोदी विपक्ष के निशाने पर आ गई है।
5. अनपढ़ मोदी ने फिर फिर बनाया अपना तमाशा
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ईवीएम को लेकर दिए गए बयान में सबसे अधिक दिलचस्प बात यह है कि साल 1984 में चुनाव ईवीएम द्वारा नहीं बल्कि बैलट पेपर द्वारा करवाए जाते थे। पीएम मोदी के बयान से उनकी अनपढ़ता साफ़ दिखती है।
निष्कर्ष:
गौरतलब है कि देश का प्रधानमंत्री जब अनपढ़ों जैसा बर्ताव करेगा तो इस देश की शिक्षा के लिए क्या कदम उठाएगा।