जैसा कि आप सब जानते हैं कि जबसे केंद्र में बीजेपी की सरकार आई है तबसे मुसलमानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आप सभी को यह बात तो मालूम होगी कि बीजेपी पार्टी एक हिन्दूवादी पार्टी के तौर पर जानी जाती है और यह पार्टी आरएसएस के इशारों पर नाचती है.
1. आरएसएस के इशारे पर काम करती है बीजेपी
गौरतलब है कि बीजेपी के सभी दिग्गज नेता दक्षिणपंथी हिंदूवादी संगठन आरएसएस के कार्यकर्ता हैं। जिसकी छवि मुस्लिम विरोधी है। आज देश में अगर मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है तो वह इस हिंदूवादी संगठन के इशारे पर ही हो रहा है।
2. आरएसएस के हाथ की कठपुतली हैं पीएम मोदी
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आरएसएस के हाथ की कठपुतली हैं और पीएम मोदी ने मुसलमानों के लिए जो किया है। वह हम सब भली-भांति जानते हैं। लेकिन आज पीएम मोदी मुस्लिम समुदाय की हिमायती बन रहे हैं।
3. दाउदी बोहरा समाज के कार्यक्रम में पहुंचे मोदी
आज देश के प्रधानमंत्री मोदी मध्यप्रदेश के इंदौर में दाऊदी बोहरा समाज द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे हैं। जहां पर उन्होंने सैफी मस्जिद में इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद करते हुए कई बड़ी बातें कही हैं।
4. याद की इमाम हुसैन की कुर्बानी का किस्सा
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर यह कहा है कि मैं बोहरा समाज का आभारी हूं। जिसने गुजरात में मेरी काफी मदद की थी। इसके साथ उन्होंने इमाम हुसैन की कुर्बानी को याद करते हुए कहा कि हुसैन साहब इंसानियत के लिए शहीद हुए हैं।
5. दूसरी बार किसी इस्लामिक कार्यक्रम में हुए शामिल
आपको बता दें कि यह दूसरा मौका है जब प्रधानमंत्री मोदी किसी इस्लामिक कार्यक्रम में शरीक हुए हो। इससे पहले वह साल 2016 में वर्ल्ड सूफी इस्लामिक कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए थे। इस दौरान सबसे खास बात यह रही कि पीएम मोदी धर्मगुरुओं के बीच नंगे पैर बैठे नजर आए।
6. पीएम मोदी ने दाउदी बोहरा समाज से जोड़ा रिश्ता
प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि बोहरा समाज के साथ उनका रिश्ता बहुत ही पुराना है। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि मुझे लगता है कि मैं एक तरह से इस समाज का सदस्य बन चुका हूं। गुजरात में समुदाय के लोगों द्वारा हर कदम पर मेरा साथ दिया गया है और आज भी मेरे दरवाजे इनके लिए खुले हुए हैं।
निष्कर्ष:
गौरतलब है कि पीएम मोदी साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मुस्लिम समुदाय से नजदीकियां ब