कांग्रेस के लोग आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते थे और ‘मोदी जी की सेना’ उन्हें सिर्फ गोली और गोला देती है। यह अंतर है, कांग्रेस के लोग मसूद अजहर जैसे आतंकियों के लिए ‘जी’ का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार आतंकियों के कैंप पर हमले कर उनकी कमर तोड़ती है ऐसा कहना है मुख्यमंत्री योगी का जिन्होंने गाजियाबाद की एक रैली ये बात कही।
अब इस बयान पर सियासी गलियारों में सीएम योगी के खिलाफ आलोचना तेज हो चली है। जहां एक तरफ चुनाव आयोग ने लखनऊ के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) ने इस मामले में गाजियाबाद के जिला मैजिस्ट्रेट से रिपोर्ट मांगी है। वहीं पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इस मामले पर सीएम योगी को आड़े हाथों लिया है।
सिद्दू ने सोशल मीडिया पर लिखा अब समझे योगी जी की आर्मी आपके चुनाव के लिए है, देश की सुरक्षा के लिए नहीं? पहले सीबीआई को रबड़ का गुड्डा बनाया, आरबीआई की बाजू मरोड़ी, रॉ के भेद खोले, ज्यूडिशियरी को चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया| बस इंडियन आर्मी बची थी, उसे भी ‘मोदी-की-सेना’ बना दिया वाह!
अब समझे योगी जी की आर्मी आपके चुनाव के लिए है, देश की सुरक्षा के लिए नहीं?
पहले सीबीआई को रबड़ का गुड्डा बनाया,
आरबीआई की बाजू मरोड़ी,
रॉ के भेद खोले,
ज्यूडिशियरी को चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया|
बस इंडियन आर्मी बची थी, उसे भी ‘मोदी-की-सेना’ बना दिया
वाह!https://t.co/WDM7Q3OBt8— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) April 2, 2019
बता दें कि सीएम योगी अपने चुनाव प्रचार में बिरयानी खिलाने जैसी बात करते रहें है, जो दरअसल एक झूठ है। योगी ऐसा बयान कांग्रेस की आलोचना करने के लिए बोलते है मगर इस बार उन्होंने देश की सेना को मोदी की सेना बताकर न सिर्फ सेना का अपमान किया है बल्कि चुनाव आयोग के आदेश का पालन करने से चूक गए जिसमें कहा गया था कि चुनावी प्रचार-प्रसार में सेना को दूर रखा जाये।