हम आपको बता दें की पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस पार्टी दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बनाये जाने पर विचार कर रही है. ऐसा माना जा रहा है कि दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल हैं.
सूत्रों ने बताया कि सिद्धू को दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी देने का सुझाव है। इससे पहले दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष थीं। 20 जुलाई को उनका निधन हो गया था, जिसके बाद से दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष पद खाली पड़ा है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का फैसला होने के बाद दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष का निर्णय हो सकता है। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि शीला दीक्षित के बाद अब नवजोत सिंह सिद्धू को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना है।
हालांकि कांग्रेस ने इस संबंध में किसी भी तरह की पुष्टि करने से इनकार किया है। दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी पीसी चाको ने कहा, ‘मुझको दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर किसी भी तरह की चर्चा की जानकारी नहीं है।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद पर किसी के नाम पर फैसले को लेकर अभी तक कांग्रेस कमेटी की बैठक नहीं हुई है। इससे पहले अमृतसर पूर्व से विधायक सिद्धू को पंजाब कैबिनेट में मिले अहम मंत्रालय को छीन लिया गया था और उनको बिजली और नई व नवीकरणीय ऊर्जा विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
इस फेरबदल के बाद सिद्धू ने 15 जुलाई को कैप्टन अमरिंदर सिंह की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने अपना इस्तीफा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की बजाय राहुल गांधी को भेजा था।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान गए थे, जहां उन्होंने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख को गले लगाया था। इसके बाद जब नवजोत सिंह सिद्धू वापस आए, तो उनको लेकर जमकर बवाल हुआ। इसके बाद सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच तनव देखने को मिला था।
इसके बाद लोकसभा चुनाव के दौरान सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच विवाद और गहरा गया, जब सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर ने चंडीगढ़ या अमृतसर लोकसभा सीट से कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने का ठीकरा कैप्टन अमरिंदर पर फोड़ दिया।