हम आपको बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज दरभंगा की घटना पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान को गलत बताया है। हम आपको यह भी बता दें कि नीतीश कुमार आज पार्टी के एक कार्यक्रम को पटना में संबोधित कर रहे थे।
दरभंगा की घटना का जिक्र करते हुए नीतीश ने कहा कि जमीन के झगड़े में हत्या हुई और चौक के नामकरण को उसका कारण बताया जाने लगा। जब उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक से पूछा तो उन्होंने साफ कहा कि दुकान पर बोर्ड लगा है और ये जमीनी विवाद के कारण हत्या हुई।
इसके बाद सुशील मोदी ने ट्वीट किया और पुलिस पूरी जानकारी दी। नीतीश कुमार ने गिरिराज सिंह का नाम लिए बगैर कहा कि मामले की बिना जांच किये कोई व्यक्ति बयान दे, तो उसे प्राथमिकता से नहीं छापना चाहिए।
नीतीश ने कहा कि इस मुद्दे पर मोदीजी के ट्वीट को प्रमुखता से नहीं छापा गया, लेकिन एक झूठी खबर को बेवजह तूल दिया गया। नीतीश ने कहा ये केवल उनका दायित्व नहीं, बल्कि सबका दायित्व है और इसके बावजूद कोई बयान देता है फिर चाहे वो किसी भी दल का क्यों नहीं हो गलत है।
उन्होंने यह बात फिर दोहराई कि अगर समाज की सद्भावना को बिगाड़ने की कोशिश होगी, तो उसको बर्दाश्त नहीं करेंगे। चाहे इसके लिए जो भी अंजाम हो। भागलपुर की घटना की चर्चा करते हुए नीतीश कुमार ने एक बार फिर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे या उनके बेटे अभिजीत शाश्वत का नाम लिए बिना कहा कि कोई बिना अनुमति के जुलूस निकालता है, इसलिए उसके ऊपर एफआईआर हुआ।
इस मामले में भी नीतीश ने कहा कि कोई कोताही नहीं बरती जायगी। इस मुद्दे पर राजद के रूख की भी आलोचना करते हुए नीतीश ने कहा कि आप उस तनाव को बढ़ाना चाहते हैं। एक गलती करता हैं उसकी निंदा और कार्रवाई होनी चाहिये। लेकिन इतना भी मामले को तूल नहीं देना चाहिये जिससे समाज में तनाव बढ़े।