जैसा कि आप सब जानते हैं कि मोदी सरकार ने पिछले लोकसभा चुनाव में लगातार बढ़ती महंगाई को काफी बड़ा मुद्दा बना दिया था. लेकिन अब मोदी सरकार खुद इस मुद्दे पर घिरती हुई नज़र आ रही है.
पेट्रोल और डीज़ल की कीमत आसमान छू रही है और इसे नियंत्रित करने में सरकार नाकामयाब साबित हो रही है.
आसमान छू रही पेट्रोल-डीज़ल की कीमत
पूरे देश में पेट्रोल और डीज़ल की कीमत ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मोदी सरकार के कार्यकाल में पेट्रोल और डीज़ल की कीमत में अभी तक की सर्वाधिक विधि हुई है. अभी हाल ही में लगातार दाम बढ़ने के बाद इसकी कीमत में ढाई रुपया का इजाफा था.
ढाई रुपए घटने के बाद फिर बढे दाम
लेकिन अब चंद दिनों बाद ही फिर कीमत बढ़ोतरी हो गई है. यह बढ़ोतरी राजधानी दिल्ली और मुम्बई में दर्ज की गई है. दिल्ली में पेट्रोल की कीमत में 0.18 पैसे का इजाफा हुआ है. इसके बाद अब दिल्ली में पेट्रोल 81.68 रुपए का बिकेगा. इसके अलावा बात अगर डीज़ल की करें तो दिल्ली में डीज़ल 0.29 पैसों के इजाफे के बाद 73.24 प्रति लीटर मिलेगा.
दिल्ली-मंबई में कीमत में आया उछाल
इसके अलावा मुंबई में भी पेट्रोल-डीज़ल की कीमत में इजाफा हो गया है. यहाँ पर पेट्रोल की कीमत 0.18 पैसे इजाफे के साथ 87.15 लीटर पर बिक रहा है, वहीँ डीज़ल की कीमत में 0.70 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. बाद इसके अब मुंबई में डीज़ल 76.75 रुपए लीटर बिकेगा.
निष्कर्ष
बता दें कि यूपीए के कार्यकाल में भाजपा नेताओं ने पेट्रोल-डीज़ल की कीमत को बड़ा मुद्दा बनाया था. लेकिन अब मोदी सरकार ने खुद साफ़ कर दिया है कि इसकी कीमत को कण्ट्रोल करना हमारे बस में नहीं है.