अलीगढ़: अबसे पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को बिना अनुमति के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नहीं घुसने दिया जाएगा कुछ ऐसा कहा है अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी छात्रसंघ ने। पुलिस वालों को और दुसरे अफसरों को प्रॉक्टर कार्यालय से अनुमति लिए बिना कैंपस में नहीं घुसने दिया जायेगा। अगर इस नियम को पुलिस ने नहीं माना तो उनके गाड़ियों की चाभियाँ निकालकर प्रॉक्टर कार्यालय में जमा कर दी जायेंगी। छात्रों के द्वारा 16 अप्रैल को एसएसपी कार्यालय का घेराव भी किया जायेगा ताकि छात्रों पर दर्ज हुए मुकदमे को वापस लेने की मांग की जा सके।
जैसा कि आप सब जानते हैं कि एएमयू छात्रों ने अलवर व जयपुर में हुई हत्या के विरोध में बुधवार को कैंपस से कलेक्ट्रेट तक मार्च निकाला था। कलक्ट्रेट के सामने छात्रों ने संबोधन भी दिया। पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन करने पर छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन, उपाध्यक्ष नदीम अंसारी समेत कई छात्रों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। इसके विरोध में यूनियन हॉल में शुक्रवार को छात्रसंघ ने इमरजेंसी आम सभा बुलाई।
छात्र संघ अध्यक्ष फैजुल हसन ने बताया कि छात्रों ने इस पर घोर आपत्ति जताई कि शांतिपूर्वक मार्च निकालने पर रिपोर्ट दर्ज की गई, जबकि उसी दिन सेंटर प्वॉइंट पर कुछ लोगों ने पाकिस्तान का झंडा फूंका था। उनके खिलाफ तो कोई कार्रवाई नहीं की गई। सवाल किया, क्या उन लोगों ने ऐसा करने के लिए अनुमति ली थी, क्योंकि धारा 144 तो सेंटर प्वॉइंट पर भी लगी हुई है।
अध्यक्ष ने कहा कि 16 अप्रैल को रिपोर्ट वापस करने की मांग को लेकर एसएसपी कार्यालय का घेराव किया जाएगा। मांग की जाएगी कि रिपेार्ट वापस करो या फिर हमें जेल भेजो। पुलिस ऐसा नहीं करती है तो कलक्ट्रेट पर धरना दिया जाएगा। छात्रसंघ उपाध्यक्ष नदीम अंसारी ने कहा कि खाकी वर्दी वाले यानी ठुल्ला अगर कैंपस में मिल गए तो उनके वाहनों की चाबी निकाल लेंगे। एसडीएम, सीओ कोई भी हो, सभी के साथ ऐसा ही करेंगे। मांग की कि देशभर में मीट कारोबार पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। जो लोग गो भक्त बनते हैं, वे एक-एक गाय ही अपने घर पर बांध लें। सभा में छात्रसंघ सचिव नबील उस्मानी समेत 80 छात्र मौजूद रहे।