बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी इस वक्त राजनीति से दूरी बनाए हुए हैं लेकिन एक वक्त पर आडवाणी पार्टी के सबसे अहम नेता माने जाते थे गौरतलब है कि जब से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं तब से ही आडवाणी पार्टी से नजरअंदाज किए जा रहे हैं।
1. गुजरात की गांधीनगर हैं अडवाणी की परम्परागत सीट
गौरतलब है कि गुजरात के गांधीनगर सीट लालकृष्ण आडवाणी की परंपरागत सीट मानी जाती है। क्योंकि उन्होंने अब तक जितने भी चुनाव जीते हैं। वह इसी सीट से ही जीते हैं माना जा रहा है कि अब आडवाणी राजनीति से संन्यास ले सकते हैं।
2. पार्टी में अडवाणी की हो रही उपेक्षा
लालकृष्ण अडवाणी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सबसे करीबी माने जाते थे। हाल ही में अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के चलते बीजेपी नेता आडवाणी काफी दुखी है। क्योंकि उनके चले जाने के बाद अब बीजेपी में उनकी साख पूरी तरह से ही बिखर चुकी है।
3. अडवाणी की बेटी ने लिया बड़ा फैसला
अब खबर सामने आ रही है कि बीजेपी नेता लालकृष्ण अडवाणी की बेटी प्रतिभा अडवाणी भी चुनावी दंगल में उतर सकती हैं। माना जा रहा है कि प्रतिभा आडवाणी आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ सकती हैं।
4. कांग्रेस की तरफ से लड़ेंगी लोकसभा चुनाव
आपको बता दें कि प्रतिभा आडवाणी के कांग्रेस से चुनाव लड़ने की वजह मानी जा रही है कि वह बीजेपी द्वारा उनके पिता की उपेक्षा किए जाने से काफी नाराज हैं। इसलिए वह कांग्रेस की तरह से चुनाव लड़कर बीजेपी को मात देना चाहती हैं।
5. पिता के अपमान का बदला लेंगी प्रतिभा
प्रतिभा आडवाणी के बारे में आपको बता दें कि वह अपने पिता लालकृष्ण आडवाणी के साथ राजनीतिक मुद्दों पर विचार-विमर्श करती रहती हैं और माना जाता है कि इस वक्त लाल कृष्ण आडवाणी अपनी बेटी से राय लिए बिना किसी भी तरह का कदम नहीं उठा रहे हैं।
निष्कर्ष:
गौरतलब है कि लाल कृष्ण अडवाणी बीजेपी के संस्थापकों में से एक हैं। लेकिन अब उन्हें पार्टी में गैर करार कर दिया गया है।