अगर देखा जाए तो पूरा देश नोटबंदी से परेशान है और सारे लोग दिक्कतों का सामना कर रहे हैं| जबकि बीजेपी के समर्थक नोटबंदी का जश्न मानाने में व्यस्त थे| बीजेपी के नेता जब नोटबंदी का जश्न मना रहे थे तो लोगों ने उनकी जमकर पिटाई की|
इस बारे में जानकारी देते हुए मीडिया को भाजपा नेताओ ने बताया कि वो लोग मोदी सरकार की नोट्बंदी की योजना की सालगिरह पर जश्न मना रहे थे और उनके जश्न वाले माहौल में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया | जब वहां के स्थानीय तृणमूल कांग्रेस के नेताओ से इस बारे में पूंछा गया तो उन्होंने ऐसी किसी भी घटना से इंकार कर दिया|
भाजपा नेताओ का कहना है कि उनकी पार्टी कालाधन विरोधी दिवस मनाती है और इस उपलक्ष में वो एक मार्च निकालते है जिस पर दो बार हमला किया जा चुका है |
भाजपा की तरफ से बंगाल के महासचिव देबोश्री चौधरी का कहना है कि पहला हमला कालीघाट मेट्रो स्टेशन के पास रासबिहारी अवन्यू के पास हुआ और इस जश्न वाली रैली की अगुवाई भी चौधरी ही कर रहे थे और उनका कहना है कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओ ने उनके इस जलसे पर हमला किया |
चौधरी का कहना है कि न केवल उनके पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ बल्कि जश्न में शामिल महिलाओं को भी नहीं छोड़ा गया और उनकी बेरहमी से पिटाई की गयी | वहीँ दूसरी ओर मंच को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया गया |
वहीँ दूसरी ओर चौधरी के इस बयान के बाद तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के इस आरोप का पूरी तरह से खंडन किया है और उल्टा भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि कालीघाट के इसी मेट्रो स्टेशन के पास जब वो लोग नोट्बंदी का विरोध कर रहे थे तो भाजपा वालों ने उनके मंच को गिराने की कोशिश की थी |
वहीँ इस मामले में ये भी खबर आरही कि भाजपा के ही एक और महासचिव सयंतन बासू ने कहा है कि इसी शहर के चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन से बड़ा बाज़ार की तरह जाने वाले रोड पर मार्च निकाल रहे पार्टी के लोगों पर पथराव किया गया है जो पार्टी के मुख्यालय जा रहे थे |
बासू ने कहा कि जब इस पथराव का उन लोगों ने विरोध किया तो उनकी पिटाई की गयी | इस पिटाई से भाजपा वाले घबरा गये और जाकर उन्होंने वहां के थाने का घेराव किया और दोषियों की गिरफ़्तारी की मांग रखी |
हालाँकि अभी तक ये मामला सिर्फ एक सस्पेंस ही बना हुआ है कि भाजपा वालों की पिटाई आम जनता ने की या फिर पिटाई करने वाले तृणमूल कांग्रेस के लोग थे | चूँकि जिस तरह पिटाई हुई और जो मंज़र बनाया गया उससे मामला आम जनता की नाराजगी का ही लगता है लेकिन अब इस मामले में पुलिस जब कोई रिपोर्ट पेश करेगी तब तक इन्तजार करना पड़ेगा सच जानने के लिए |